मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले के रामगढ़वा थाना क्षेत्र में मिट्टी धंसने से (Landslide in East Champaran) 10 बच्चियां दब गाईं. हादसे की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने मिट्टी हटाकर दबी बच्चियों को बाहर निकाला. हालांकि इस दौरान एक लड़की की मौत हो गई, जबकि 9 लड़कियां बेहोशी की हालत में मिलीं. सभी घायलों को बेतिया मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती किया गया है. हादसा तब हुआ जब ये लड़कियां मिट्टी निकालने के लिए सुरंग जैसे गड्ढे में घुसी थीं. इसी दौरान मिट्टी की ऊपरी परत लड़कियों के ऊपर भरभराकर गिर पड़ी.
मामला फुलवरिया गांव के वार्ड नंबर 1 की कुछ लड़कियां गुरुवार को सिकरहना नदी के किनारे मिट्टी काटने गई हुई थीं. मृत लड़की की पहचान गुलाइची कुमारी के रूप में हुई है. उसकी दो महीने बाद शादी होने वाली थी. हादसे के तुरंत बाद ही लोग जख्मी लड़कियों के लेकर रामगढ़वा सीएचसी पहुंचे. जहां गंभीर रूप से जख्मी प्रीति कुमारी, पूजा कुमारी, रौशनी कुमारी, बेबी खातून को बेहतर इलाज के लिए बेतिया मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया.
बुधवार के दिन भी इन्हीं लड़कियों ने हादसे वाली जगह से मिट्टी निकाली थी. गड्ढा इतना गहरा हो गया था कि दूसरे दिन मिट्टी खोद रहीं लड़कियों पर पूरा मिट्टी का ढेर गिर पड़ा. किनारे खड़ी दूसरी लड़कियों ने शोर मचाना शुरू किया. तुरंत ही गांव वालों ने मिट्टी हटाने का काम शुरू किया. एक एक पल लड़कियों पर भारी पड़ रहा था. मिट्टी के नीचे दम घुटने से 9 लड़कियां बेहोश हो चुकीं थीं. जबकि एक लड़की की मौत हो चुकी थी. गांव वालों ने बताया कि गुलाइची की दो महीने बाद ही शादी होने वाली थी.
बता दें कि 10 अप्रैल को रावनवी का त्यौहार है. सभी लड़कियां घरों की सफाई के लिए मिट्टी लेने के लिए सिकरहना नदी के किनारे मिट्टी लेने गईं हुई थीं. कई दिनों से उसी जगह पर मिट्टी निकाली जा रही थी. गड्ढा इतना गहरा हो गया था कि वहां सुरंग बन गया था. किसी ने इस ओर ध्यान दिया नहीं और हादसा हो गया. ईटीवी भारत की लोगों से अपील है कि इस तरह के हादसे से बचने के लिए मिट्टी निकालें लेकिन सुरंग नुमा गड्ढे के अंतर की मिट्टी न निकालें.
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