पश्चिमी चंपारण/जयपुर. राजधानी जयपुर में पहली बार शातिर घोड़ासहन गैंग (Ghorasahan gang theft Case ) की महिला सदस्यों ने लाखों रुपए की नकदी चुराने की वारदात को अंजाम दिया है और वारदात के बाद एक बार फिर से जयपुर पुलिस की चिंता बढ़ गई है. घोड़ासन गैंग शुरू से ही जयपुर पुलिस के लिए एक बड़ा सिरदर्द बनी हुई है और वर्ष 2021 में गैंग की ओर से जयपुर में की गई करोड़ों रुपए की मोबाइल चोरी की वारदात का पुलिस आज तक खुलासा नहीं कर सकी है.
एक बार फिर से राजधानी में गैंग की सक्रियता ने जयपुर पुलिस को एक बड़ा चैलेंज किया है. आज तक घोड़ासन गैंग के पुरुष सदस्य ही वारदात को अंजाम देते आए हैं, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब गैंग की महिला सदस्यों ने जयपुर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. गैंग की महिला सदस्यों ने राजधानी के मुरलीपुरा थाना इलाके में एक शराब की दुकान को निशाना बनाते हुए 2 लाख रुपए से अधिक की नकदी चुराई है. वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें गिरोह की 6 महिलाएं वारदात को अंजाम देते हुए नजर आ रही हैं.
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ऐसे दिया पूरी वारदात को अंजाम: घोड़ासहन गैंग की महिला सदस्यों ने सीकर रोड स्थित चौधरी होटल के पास शराब की दुकान से नकदी चुराने की वारदात को अंजाम दिया. वारदात को लेकर करधनी निवासी गोविंद सिंह नाथावत ने मुरलीपुरा थाने में शिकायत दर्ज करवाई है. डीसीपी वेस्ट वंदिता राणा ने बताया कि मंगलवार अल सुबह 4 बजे के करीब गैंग ने वारदात को अंजाम दिया है. गैंग की 6 महिला सदस्य पहले शराब की दुकान के बाहर कुछ देर बैठी रहीं फिर 3 महिला सदस्यों ने अपने शॉल को फैला कर एक दीवार बनाई. जिसकी आड़ में पीछे बैठी 3 महिला सदस्यों में से 2 महिला सदस्यों ने दुकान के शटर को बीच में से ऊपर उठाया. फिर गैंग की सबसे पतली और लचीली महिला सदस्य शटर के नीचे से होते हुए दुकान के अंदर प्रवेश कर गई.
कुछ देर तक शराब की दुकान के अंदर समान टटोलने के बाद गल्ले में रखी 2 लाख रुपए से अधिक की नकदी को बटोर कर अंदर घुसी महिला सदस्य ने सीटी बजाई. इसके बाद फिर से दुकान के बाहर मौजूद गैंग की सदस्यों ने शॉल फैलाकर दीवार बनाई और शटर को बीच में से ऊंचा उठाया. जिसके नीचे से दुकान के अंदर घुसी महिला वापस बाहर निकल आई. फिलहाल पुलिस फुटेज के आधार पर शातिर महिलाओं की तलाश में जुट गई है.
घोड़ासहन गैंग की राजस्थान में भी दहशत- इस गैंग में शामिल सभी बदमाश बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन कस्बे के निवासी हैं. करीब 10 गांव के लोग इस गैंग के सक्रिय सदस्य हैं. ये बदमाश अलग-अलग राज्यों में जाकर विभिन्न शोरूम को निशाना बनाते हैं. जिस शहर में वारदात को अंजाम देना होता है, वहां ये बदमाश अलग-अलग साधनों से पहुंचते हैं. कई दिनों तक रेकी करने के बाद चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं. इस गैंग के बदमाश राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों में अनेक बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. जब भी किसी दूसरे राज्य की पुलिस बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए घोड़ासन गांव पहुंचती है तो गांव के लोग बदमाशों के बचाव में पुलिस टीम पर पथराव करते हैं और बदमाशों को वहां से भगा देते हैं.
ऐसे देते हैं वारदात को अंजाम: गैंग की ओर से सबसे पहले शहर और शोरूम चिह्नित कर लिया जाता है. वारदात का समय और तारीख तक तय कर ली जाती है. वारदात को अंजाम लेने के लिए बदमाशों की टीम एक साथ न पहुंचकर अलग-अलग साधनों से पहुंचती है. वारदात वाले शहर में सारी टीम किसी एक प्वाइंट पर मिलती है. वारदात के दौरान गैंग के सदस्य मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते. 7 से 8 बदमाश अल सुबह 3 से 4 बजे के बीच में वारदात को अंजाम देते हैं. गैंग में एक सदस्य ऐसा होता है जो बहुत पतला और लचीली कद काठी का होता है.
एक चादर की ओट में कुछ बदमाश शोरूम के शटर को उठाते हैं और पतला बदमाश नीचे से शोरूम में दाखिल हो जाता है. इस तरीके में ताले नहीं तोड़े जाते, बल्कि बीचों बीच से शटर को कुछ इंच उठा दिया जाता है. अंदर जाने वाला बदमाश नकदी व अन्य कीमती सामान बटोर कर काम हो जाने के बाद सीटी बजाता है. काम होने के बाद पतले सदस्य को शटर ऊंचा कर बाहर निकाल लिया जाता है. इस दौरान तनी हुई चादर छुपने के काम आती है. काम हो जाने के बाद चादर समेटकर सभी सदस्य फरार हो जाते हैं.
पिछले वर्ष चुराए करोड़ों के मोबाइल और लाखों की नकदी: गत वर्ष घोड़ासन गैंग के पुरुष सदस्यों ने अगस्त 2021 में राजधानी के वैशाली नगर थाना इलाके में गोविंद नगर मोरिसेट वनप्लस मोबाइल शोरूम को निशाना बनाते हुए 1 करोड़ 20 लाख रुपए की कीमत के मोबाइल और 8 लाख रुपए की नकदी चुराई थी. गिरोह के सात सदस्यों ने इस पूरी वारदात को अंजाम दिया था जिसका जयपुर पुलिस आज तक खुलासा नहीं कर सकी है.