पूर्वी चंपारण: जिले के शिक्षकों के अनशन का गुरुवार को तीसरा दिन था. अपनी मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे शिक्षक गुरुवार को बीमार होने लगे. इसके बाद भी कोई अधिकारी उनको देखने तक नहीं आया. इससे नाराज शिक्षकों ने गुरुवार को जिला शिक्षा अधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी का पुतला फूंककर अपना आक्रोश जाहिर किया.
अनशन का तीसरा दिन शिक्षकों की हालत बिगड़ी
दरअसल, राज्य शिक्षक संघर्ष समन्व्य समिति के 11 शिक्षकों ने अपनी समस्याओं को लेकर शिक्षा अधिकारियों से बात करने की कोशिश की. लेकिन उनकी समस्याओं को कई महीनों से टाला जा रहा था. इससे नाराज शिक्षकों ने 20 अगस्त को आमरण अनशन का ऐलान किया. बताया गया है कि इस अनशन का गुरुवार को तीसरा दिन था. लेकिन कोई भी पदाधिकारी उनसे मिलने तक नहीं आया. जबकि उनमें से कई शिक्षकों की तबीयत भी खराब हो गई.
आक्रोशित शिक्षकों ने डीईओ का पुतला फूंका
इस व्यवहार को लेकर सभी शिक्षक आक्रोशित हो गए. उन्होंने अनशन के तीसरे दिन डीईओ कार्यालय के गेट पर जिला शिक्षा अधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी का पुतला फूंका. वहीं शिक्षकों ने जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की. इस अनशन को लेकर शिक्षक नेता नवल किशोर सिंह ने कहा कि अगर अधिकारियों का यही रवैया रहा तो हमारा आंदोलन और भी उग्र हो जाएगा और इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा.