मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले में लॉकडाउन का असर दिखने लगा है. जिला में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार सुस्त पड़ती जा रही है. जिले में संक्रमण दर कम हुआ है और रिकवरी रेट बढ़ी है. इन सबके बीच चिंता की बात यह है कि जिला में पिछले दस दिनों में मृत्यु दर दोगुनी हो गई है. जिला प्रशासन का मानना है कि कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा घातक है और जिला में जनसंख्या घनत्व भी ज्यादा है. इसलिए जिले में कोरोना संक्रमण से होनेवाले मौतों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है.
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कोरोना की दुसरी लहर है ज्यादा घातक
इस संबंध में जाहकारी देते हुए डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर ज्यादा घातक है. जनसंख्या के हिसाब से पूर्वी चंपारण राज्य का दूसरा बड़ा जिला है. इस कारण जिले में मृत्यु दर ज्यादा है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के रोकथाम को लेकर अपनी पूरी ताकत लगा दी है. साथ हीं कोरोना मरीजों के इलाज को लेकर भी जिला प्रशासन ने व्यापक व्यवस्था की है.
जिला में इस साल कोरोना से हुई है 250 मौत
बता दें कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बढ़ते रफ्तार को देखते हुए सरकार ने पहले 10 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की थी. लॉकडाउन के पहले दिन 5 मई को जिलें में मृत्यु दर 0.44 प्रतिशत था.
जबकि पहले लॉकडाउन की समाप्ति के दिन यानि कि 15 मई को मत्यु दर 0.80 प्रतिशत था. वहीं दूसरे लॉकडाउन की समाप्ति के दिन 25 मई तक डेथ रेट दोगुना हो गया. मृत्यु दर बढ़कर 1.54 पहुंच गया.
जबकि 27 मई को मृत्यु दर का आंकड़ा बढ़कर 1.57 हो गया है. जिले में अप्रैल माह से अब तक 9341 संक्रमित मरीज मिले हैं और 7738 पूरी तरह से स्वस्थ हुए है. जबकि कोरोना संक्रमण से 250 मरीजों की मौत हुई है.