मोतिहारी: पश्चिमी चंपारण लोकसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 162 और 163 पर बंधक बना लिये गये भाजपा के प्रत्याशी सह वर्तमान सांसद डाॅ. संजय जायसवाल को पुलिस ने सुरक्षित निकाल लिया. एक पक्ष विशेष के लोगों ने उन्हें बंधक बना लिया था. घटना के बाद संजय जयसवाल ने जिला प्रशासन पर साजिश रचकर अपनी हत्या का आरोप लगाया है.
वहीं बवाल के बाद जख्मी लोगों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बता दें कि आज छठे चरण के तहत वोटिंग के दौरान पश्चिमी चंपारण के दो मतदान केंद्रों पर बवाल हो गया. वर्त्तमान सांसद और भाजपा प्रत्याशी संजय जयसवाल के अनुसार जिस गांव के बूथ पर हंगामा हुआ, वहां एक समुदाय विशेष का वर्चस्व है. यहां दूसरे समुदाय के लोग जब वोट देने बूथ पर गए तो उन्हें पीट कर भगा दिया गया.
उपद्रवियों ने भाजपा प्रत्याशी को बनाया बंधक
इस बात की जानकारी मिलते ही वे वहां पर पहुंचे और फिर से उन मतदाताओं को लेकर बूथ पर गए. पहले से हुये विवाद ने यहां हिंसक रुप ले लिया. संजय जयसवाल की दो गाड़ियों को उपद्रवियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया और रोड़ेबाजी कर जयसवाल समेत उनके साथ आये मतदाताओं पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया. उपद्रवियों को कंट्रोल करने के लिए संजय जयसवाल के बॉडीगार्ड ने दस राउंड हवाई फायरिंग की.
संजय जायसवाल ने लगाया आरोप
भाजपा प्रत्याशी का आरोप है कि इस दौरान जिला प्रशासन को फोन भी किया गया, लेकिन वहां सुरक्षा बल नहीं पहुंचे. हंगामा करने वालों ने संजय जयसवाल और उनके समर्थकों को वहां बंधक बना लिया. लगभग साढ़े तीन घंटे बाद सिकरहना डीएसपी आलोक कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और किसी तरह अपने गाड़ी में संजय जयसवाल को मुक्त कराया.
मामला दर्ज
घटना के बाद घायल लोगों को इलाज के लिये सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. संजय जयसवाल ने आरोप लगाया कि हंगामा दिन में 12 बजे ही शुरु हो गया था लेकिन जिला प्रशासन ने जानबूझकर लोगों को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई. इधर जिला प्रशासन संजय जयसवाल के आरोपों पर बचते हुए अपनी दलीलें दे रहा है. साथ हीं बूथ पर हुए हिंसा पर प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही जा रही है.