पूर्वी चंपारण: बिहार के मोतिहारी में लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की नाव और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की पतवार बाढ़ (Bihar Flood) प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के आवागमन का साधन बनेगी. राजद (RJD) नेतृत्व के पहल पर जिला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पार्टी नेताओं ने अपने खर्च पर नाव की व्यवस्था की है.
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शिवहर लोकसभा क्षेत्र के पूर्व राजद प्रत्याशी सैयद फैसल अली ने जिला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए 14 नाव की व्यवस्था की है. इन नावों को जिला के विभिन्न बाढ़ग्रस्त इलाकों में जरुरत के हिसाब से दिया जाएगा.
''सैलाब में सरकार के स्तर से की गई व्यवस्था बाढ़ पीड़ितों के लिए नाकाफी है. जिस कारण बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को नाव के अभाव में जान को जोखिम में डालकर आना जाना पड़ रहा है. इसलिए उन क्षेत्रों के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर उन्होंने अपने खर्च पर 14 नाव की व्यवस्था की है.''- सैयद फैसल अली, राजद नेता
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दरअसल, जिले से होकर बहने वाली तमाम नदियां अब धीरे-धीरे शांत हो रही हैं, लेकिन जिले के कई हिस्से अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं. लोगों के आने-जाने का कोई साधन नहीं है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी और प्राइवेट नावों का संचालन हो रहा है. बावजूद इसके कई बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को नाव की सुविधा नहीं मिल सकी है और लोग परेशान हैं. जिसे देखते हुए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के आवागमन के लिए पार्टी नेतृत्व के पहल पर राजद नेता सैयद फैसल अली ने नाव की व्यवस्था की है.
मोतिहारी के ढाका अनुमंडल में ग्रामीण त्राहिमाम कर रहे हैं. दर्जनों गावों पर बाढ़ में बह जाने का खतरा मंडरा रहा है. कई महत्वपूर्ण सड़कों पर भी बाढ़ का पानी बह रहा है, जिससे आवागमन प्रभावित होने लगा है. लखौरा-मोतिहारी मार्ग, मोतिहारी ढाका मार्ग, मोतिहारी-बेतिया पथ पर कई जगहों पर पानी का बहाव तेज है.
बता दें कि बिहार में नदियों के बढ़ते जलस्तर और कई इलाकों में पानी भरने के बाद लोग निचले स्थानों को छोड़कर ऊंचे इलाकों में जा रहे हैं. आम लोगों के साथ-साथ बाढ़ के कारण मवेशियों के लिए भी संकट पैदा हो गया है, जिनके लिए चारे की व्यवस्था से लेकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना भी एक चुनौती बनी हुई है.