मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के रक्सौल नगर परिषद् के बोर्ड की बैठक काफी हंगामेदार रही. आरोप-प्रत्यारोप और तीखे बहस के बीच बिना किसी प्रस्ताव को पास किए ही नगर परिषद् की बैठक समाप्त हो गई. बैठक शुरू होने के साथ ही नप के पूर्व उपसभापति काशीनाथ प्रसाद लगभग 14 करोड़ में बुचड़खाने और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के लिए खरीदी गयी भूमि के मामला को उठाते हुए इस सौदा में भ्रष्ट्राचार का आरोप लगाया.
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बैठक में आरोपों की लगी झड़ी
नगर परिषद् द्वारा खरीदे गए भूमि में भ्रष्ट्राचार का मामला उठाते हुए पूर्व उपसभापति ने कई सवाल नप चेयरमैन और कार्यपालक पदाधिकारी से पूछा. उसके बाद पूर्व उपसभापति के समर्थन में कई वार्ड सदस्य बोर्ड की बैठक में शोर मचाने लगे. बोर्ड की बैठक में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण का मुद्दा भी उठा. जिस कॉम्प्लेक्स में दुकान की बुकिंग कराने के नाम पर आम लोगों से पैसे की उगाही करने की बातें सामने आई.
पक्ष विपक्ष आपस में भिड़े
बैठक में उपस्थित 11 वार्ड सदस्यों ने नगर परिषद द्वारा खरीदे गए भूमि में हुए भ्रष्ट्राचार की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया. वहीं दूसरी ओर बैठक में मौजूद कुछ पार्षदों ने चेयरमैन पर लगाये जा रहे आरोपों पर अपनी नाराजगी जताई. उसके बाद पक्ष-विपक्ष के पार्षदों के बीच बहस शुरू हो गयी. जो शोरगुल में परिणत हो गयी. आखिरकार बिना किसी निर्णय के नगर परिषद के बोर्ड की बैठक स्थगित कर दी गई.