मोतिहारी : कोरोना काल (Corona Period) में हुई ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) की कमी को अब बिहार में धीरे-धीरे दूर करने की कोशिश हो रही है. या यह भी कहा जा सकता है कि संभावित कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी हो रही है. मोतिहारी सदर अस्पताल (Motihari Sadar Hospital) में सांसद राधामोहन सिंह (Radha Mohan Singh) ने ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) का शिलान्यास किया है.
ऑक्सीजन प्लांट का शिलान्यास
बीजेपी सांसद राधामोहन सिंह ने कहा कि चंपारण में प्राइवेट सेक्टर का एक ऑक्सीजन प्लांट है. सदर अस्पताल परिसर में पहला सरकारी ऑक्सीजन प्लांट निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया है. जल्द ही यह ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा. उन्होंने बताया कि प्लांट अमेरिकन-इंडियन फाउंडेशन लगाएगी. जबकि इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण सांसद फंड से होगा.
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"500 टन होगी ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता"
सदर अस्पताल (Sadar Hospital) परिसर में बनने वाले ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता 5 सौ टन की होगी. प्लांट निर्माण के बाद जिले में ऑक्सीजन की किल्लत दूर होगी. बता दें कि हरसिद्धि में एक प्राइवेट ऑक्सीजन प्लांट है. जिससे पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई होती है.
''कोरोना की दूसरी लहर में हरसिद्धि प्राइवेट ऑक्सीजन प्लांट ने अहम भूमिका निभाई. अब सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का शिलान्यास किया है. निर्माण कार्य पूरा होने पर जिले में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी''- राधा मोहन सिंह, बीजेपी सांसद
दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर में बिहार सरकार (Bihar Government) की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं (Health Systems) की पोल खुल गई और सरकार की नीति सवालों के घेरे में आई गई. पटना से लेकर दिल्ली तक सियासी बयानबाजी के बीच केंद्र सरकार (Central Government) ने राज्य के 15 स्थानों पर ऑक्सीजन उत्पादन के लिए प्लांट लगाने का फैसला लिया. इसकी मॉनिटरिंग रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) के डीआरडीओ की ओर की जा रही है. इसके साथ ही बिहार की मदद के लिए पेट्रोलियम मंत्रालय (Ministry of Petroleum) भी राज्य के 9 मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने की बात कही है. जिसके बाद अब धीरे-धीरे काम शुरू किया जा रहा है. उम्मीद है 15 ऑक्सीजन प्लांट लगने के बाद ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी नहीं होगी.