मोतिहारी: मॉनसून की हुई आफत की बारिश ने पूर्वी चंपारण जिले में बाढ़ का रुप ले लिया. इससे जिले के बारह प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ गए. हालांकि अब बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से पानी उतर रहा है. लेकिन जिले का बंजरिया प्रखंड के लोग अभी भी बाढ़ के पानी से परेशान हैं. हालात ये हैं कि प्रखंड के गोबरी गांव में एनडीआरएफ के रेस्क्यू बोट पर ही एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया.
बंजरिया प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लिहाजा, एनडीआरएफ की एक सब टीम को बंजरिया प्रखंड में लगाया गया है. जो टीम वैसे लोगों को बाहर निकाल रही है, जिन्हें चिकित्सीय सुविधा और विभागीय कार्यवश जिला और प्रखंड कार्यालय आने की जरुरत है.
एनडीआरएफ की टाम को भेजा गया गोबरी गांव
इसी दौरान बंजरिया प्रखंड के गोबरी गांव के नासिर आलम की पत्नी सबीना खातून प्रसव पीड़ा से कराह रही थी. जिसे चिकिसीय सुविधा पहुंचाना अत्यंत जरुरी था. सबिना के परिजनों द्वारा उसे बंजरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने की कोशिश की जा रही थी. जिसकी जानकारी एनडीआरएफ के टीम कमांडर महेंद्र सिंह धामी को मिला. लिहाजा, बंजरिया क्षेत्र में बचाव और राहत कार्य में लगे सहायक उप निरीक्षक विजय झा को गोबरी गांव भेजा गया.
रेस्क्यू वोट पर कराया प्रसव
विजय झा एनडीआरएफ के नर्सिंग स्टाफ राणा प्रताप यादव के साथ रेस्क्यू बोट से गोबरी गांव पहुंचे. इसके बाद सबीना खातून को उनके परिजनों और आशा कार्यकर्त्ता के साथ सुरक्षित पीएचसी बंजरिया पहुंचाने में एनडीआरएफ की टीम जुट गई. इसी दौरान बूढ़ी गंडक नदी के बीचधार में सबीना खातून की प्रसव पीड़ा काफी तेज हो गई. सबीना की गंभीर हालत देखते हुए एनडीआरएफ की टीम ने वोट में ही प्रसव कराने का फैसला करते हुए नर्सिंग स्टाफ,आशा कार्यकर्त्ता और सबीना के परिजन ने मिलकर सफल व सुरक्षित प्रसव रेस्क्यू बोट पर कराया. सबीना ने रेस्क्यू बोट पर ही एक बच्ची को जन्म दिया. फिलहाल जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.