मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले में आने वाले संभावित बाढ़ को लेकर तैयारियां जारी है. जिले से होकर बहने वाली गंडक, सिकरहना, तिलावे, लालबकेया, बंगरी, बागमती, मसाह, धनौती और तियर समेत तमाम नदियों के तटबंधों की सुरक्षा का जिम्मा संबंधित विभाग को दिया गया है. क्षतिग्रस्त तटबंधों की मरम्मत को लेकर जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता को दिया गया है. बता दें कि तटबंधों की सुरक्षा को लेकर कनीय अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की जाएगी.
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तटबंधों की होगी सघन पेट्रोलिंग
बाढ़ के समय में तटबंधों से होने वाले छेड़छाड़ को रोकने के लिए सघन पेट्रोलिंग की जाएगी. तटबंध के सभी संवेदनशील स्थलों पर बाढ़ निरोधक कार्य के अंतर्गत बोल्डर गिराये जायेंगे. इसकी व्यवस्था की जबाबदेही संबंधित कार्यपालक अभियंता की होगी. सभी संबंधित एसडीओ और कार्यपालक अभियंता तटबंधों का निरीक्षण कर आपदा प्रबंधन विभाग को 25 मई तक अपना रिपोर्ट सौपेंगे.
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बाढ़ प्रभावित क्षेत्र को चिन्हित करने का निर्देश
अधिकारियों से बाढ़ ग्रस्त इलाकों के बाढ़ से प्रभावित होने वाले लोगों की सूची मांगी गई है. अधिकारियों को पूर्ण और आंशिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र को चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है. जिसे लेकर सभी एसडीओ, डीसीएलआर, सीओ और बीडीओ को जबाबदेही दी गई है. जिले के सभी सीओ को अपने क्षेत्राधीन उपलब्ध सरकारी और निजी नाव का प्रबंध कर सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही क्षतिग्रस्त नावों की मरम्मति, निबंधन और गहाई का कार्य मानसून शुरु होने के पहले पूरा कर लेना है.