मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के अरेराज के रहने वाले पूर्व मंत्री योगेंद्र पांडे की ह्दयगति रुकने से बुधवार को निधन (Former minister Yogendra Pandey passes away) हो गई. पूर्व मंत्री के मौत की खबर मिलने के बाद क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. उनके अंतिम संस्कार के समय "गार्ड ऑफ ऑनर" देने को लेकर जिला प्रशासन की उदासीनता देखने को मिली. जिसके बाद स्थानीय विधायक सुनील मणी तिवारी ने पहल पर सरकार के स्तर पर बात करके गार्ड ऑफ ऑनर की व्यवस्था कराई. लेकिन बिहार पुलिस की अंग्रेजों के जमाने की थ्री नॉट थ्री का रायफल गार्ड ऑफ ऑनर (Police Rifle Failed During Guard of Honor) के समय हीं जबाब दे गया. जिसका वीडियो बनाकर वहां मौजूद लोगों ने वायरल कर दिया.
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फिर दगा दे गई रायफल: पूर्व मंत्री योगेन्द्र पांडे का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए चिता पर रखा हुआ था. गार्ड ऑफ ऑनर के लिए फुल ड्रेस में पुलिस के जवान अंतिम संस्कार वाले स्थान पर पहुंचे हुए थे. लाईन में सभी जवान थ्री नॉट थ्री का रायफल लिए खड़े थे. उनकी अगुवाई कर रहे जवान ने सभी से सावधान, विश्राम कराने के बाद जवानों को कंधे पर शस्त्र रखने का आदेश दिया. फिर अंतिम सलामी का आदेश देते हीं जवानों ने कंधे पर रखे रायफल से फायर करना शुरु कर दिया. ठांय-ठांय की आवाजे आने लगी. लेकिन इसी दौरान बेचारा एक जवान परेशान दिख रहा था. बार-बार रायफल का बोल्ट चढ़ाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन बोल्ट फंस जा रहा था. काफी प्रयास के बाद एक बार बोल्ट चढ़ गया. फिर ट्रिगर दबाते हीं गोली फुस्स हो गयी. जिसका वीडियो वहां मौजूद लोग बना रहे थे. उसी में से किसी ने वीडियो को वायरल कर दिया.
गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान नहीं छुटी गोली: वीडियो में परेशान सिपाही के बगल के दूसरे जवान का रायफल भी किच करता दिख रहा है. जिस कारण वह जवान भी परेशान दिखाई देता है. इसके अलावा उसी पंक्ति में तीसरे नंबर पर खड़े जवान ने दो तीन फायर करने के बाद रायफल की स्थिति भांप कर कंधे पर हीं उसी पोजिशन में उसे छोड़ दिया. इन जवानों की परेशानी देख वहां मौजूद पुलिस पदाधिकारी अचंभित नजर आ रहे थे. उपस्थित पदाधिकारी जवानों को राइफल सही तरीके से रखने की सलाह देते भी दिख रहे हैं. लेकिन पहले रायफल से गोली फायर हो, तब ना. रायफल सही तरीके से कंधा पर जवान रखें. गार्ड ऑफ ऑनर दे रहे जवानों की परेशानी वहां मौजूद अधिकारी भी समझ रहे थे. लेकिन अपनी झेप मिटाने के लिए परेशान जवानों को परामर्श दे रहे थे. बता दें कि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के अंतिम विदाई के समय दिए जा रहे गार्ड ऑफ ऑनर के समय भी काफी किरकिरी हुई थी.
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