मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले के संग्रामपुर प्रखंड स्थित भवानीपुर के पास गंडक नदी पर बना चंपारण तटबंध पानी के दबाव के कारण टूट गया. तटबंध टूटने के दूसरे दिन भी बाढ़ के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. हालांकि गंडक नदी के जलस्तर में कुछ कमी आई है. इसके बावजूद गांव में अभी भी पानी भरा हुआ है. गांव के सभी घर पानी में डूबे हुए हैं. लोग धीरे-धीरे करके पलायन कर रहे हैं.
क्षतिग्रस्त तटबंध के पास पानी का तेज बहाव जारी है. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से किसी तरह की कोई मदद नहीं मिलने के कारण गांव के लोगों में सरकार के खिलाफ काफी गुस्सा है. बताया जाता है कि 1904 में बना यह तटबंध केवल रख-रखाव के अभाव में पहली बार टूटा है.
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
भवानीपुर गांव के रहने वाले अवनीश कुमार पांडे ने बताया कि बाढ़ के कारण लोग फंसे हुए हैं. जिसे जहां शरण मिल रहा है वो वहीं पर अपनी जिंदगी काट रहा है. कोई देखने वाला नहीं है. वहीं, एक अन्य ग्रामीण मोहित बिस्वा ने कहा कि बाढ़ के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है, लेकिन नेता राजनीति करने में लगे हैं. जिला प्रशासन ने बाढ़ को लेकर तैयारी की थी वो कहीं नजर नहीं आ रही है. प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण तटबंध टूट गया. साथ ही भवानीपुर गांव के रहने वाले बुजुर्ग रामायण सिंह ने बताया कि तटबंध निर्माण के बाद से बांध की मजबूती और ऊंचाई इतनी थी कि कभी तटबंध टूटा नहीं, लेकिन तटबंध का रखरखाव ठीक से नहीं होने के कारण यह टूट गया.
भवानीपुर के पास टूटा है गंडक का तटबंध
बता दें कि गंडक नदी पर बना चंपारण तटबंध 23 जुलाई की रात को लगभग डेढ़ सौ फीट में टूट गया. यह तटबंध संग्रामपुर प्रखंड स्थित भवानीपुर पंचायत के निहालु टोला के पास टूटा है. तटबंध के टूटने से पानी संग्रामपुर प्रखंड के अलावा केसरिया और कोटवा प्रखंड के कई गांवों में फैल गया है.