पूर्वी चम्पारण: मेडिकल और इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए परीक्षा की तैयारी के कारण कई छात्र कोटा में रह कर पढ़ाई करते हैं. लेकिन कोरोना के कारण ये सभी छात्र वहां फंस गए हैं. इन छात्रों को वापस बुलाने के लिए सीएम की तरफ से किसी प्रकार का सर्कुलर जारी नहीं करने से इनके अभिभावक आक्रोशित हो रहे हैं.
अभिभावकों में निराशा
इस बारे में अभिभावक अनिल केशरीवाल ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, सांसद संजय जयसवाल सभी से संपर्क साधा, परंतु किसी प्रकार का निष्कर्ष नहीं निकला. उन्होंने स्थानीय जिलाधिकारी से भी बात की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि यदि मेरे लड़का को कुछ हो जाता है, वह किसी डिप्रेशन का शिकार हो जाता है तो इसकी पूरी जवाबदेही बिहार सरकार की होगी और मैं आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाऊंगा.
बच्चों को वापस लाने की अपील
वहीं, छात्र अतुल कुमार के पिता मनोज कुमार का कहना है कि मेरा बेटा कोटा में आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने गया है. वह काफी भयभित है , सरकार की तरफ से बच्चों को वापस लाने के लिए यदि कोई सर्कुलर है तो उसे सार्वजनिक कर सुविधा मुहैया कराई जाए, ताकि मेरे और सभी के बच्चे जो वहां फंसे हुए हैं वह अपने घर वापस आ सकें.