मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला में दो दिनों से जारी एनआईए के ऑपरेशन (NIA Operation In Motihari) में हिरासत में लिए गए पीएफआई के पांच संदिग्ध सदस्यों में से दो को गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गई. पूछताछ के क्रम में बड़ा खुलासा भी हुआ है. दरअसल, जिला के एक बड़े नेता की हत्या कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की एक बड़ी साजिश रची गयी थी. लेकिन समय रहते NIA ने उनके प्लानिंग पर पानी फेरते हुए दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया.
यह भी पढ़ें: भाजपा विधायक बोले, 'बिहार सरकार पीएफआई समर्थक, दिखावे की हो रही कार्रवाई'
जिला के बड़े नेता की हत्या की थी साजिश: NIA की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि फुलवारीशरीफ पीएफआई टेरर मॉड्यूल को लेकर मोतिहारी के चकिया और मेहसी थाना क्षेत्रों में कुल आठ जगहों पर छापेमारी की गई. जिसमें पांच लोगों को हिरासत में लिया गया. जिनसे पूछताछ के बाद दो को गिरफ्तार किया गया है. दोनों के संबंध पीएफआई से जुड़े हुए हैं. इन लोगों ने एक नेता की हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की व्यवस्था कर ली गई थी. टारगेट पूरा करने के लिए रेकी भी की जा चुकी थी. हथियार और गोला-बारूद पीएफआई ट्रेनर याकूब को सौंपे गए थे.
पीएफआई कैडरों को दिया जा रहा था प्रशिक्षण: याकूब पीएफआई कैडरों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर रहा था. कुछ दिन पहले PFI के ट्रेनर मोहम्मद याकूब ने एक अपमानजनक और भड़काऊ फेसबुक वीडियो पोस्ट किया था. जिसका उद्देश्य शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को भंग करना था. फेसबुक के अन्य यूजर्स ने इस पोस्ट पर आपत्तिजनक कमेंट के साथ इसे ट्रोल किया था.
गिरफ्तार पीएफआई सदस्यों में मेहसी थाना क्षेत्र के बहादुरपुर का रहने वाला तनवीर रजा उर्फ बरकती और मो. आबिद उर्फ आर्यन शामिल हैं. इनके घर की तलाशी के दौरान कई डिजिटल उपकरण जब्त किए गए. इस मामले में आगे की जांच की जा रही है.इस संबंध में पूछे जाने पर एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने सिर्फ यही कहा कि "एनआईए ने प्रेस रीलीज जारी किया है. उसी से जानकारी मिल जाएगी. वैसे दो युवकों को एनआईए ने गिरफ्तार किया है".