पूर्वी चंपारण: बिहार के मोतिहारी जिला के रामगढ़वा थाना क्षेत्र स्थित सिंहासनी गांव के रहने वाले विवेक कुमार सिंह ड्यूटी के दौरान झारखंड के कोडरमा घाटी में शहीद (Vivek Kumar Singh Martyred in Koderma Valley) हो गए. वे सीआरपीफ के कोबरा बटालियन में थे और रेडियो ऑपरेटर के पद पर पदस्थापित थे. नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान के दौरान मुठभेड़ में विवेक सिंह शहीद हो गए. सीआरपीफ जवान विवेक कुमार सिंह मोतिहारी के रहने वाले थे. उनकी शहादत से उनके गांव में शोक की लहर फैल गई है.
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शहीद विवेक रेडियो ऑपरेटर के पद पर थे पदस्थापित: वे सीआरपीफ के कोबरा बटालियन में थे और रेडियो ऑपरेटर के पद पर पदस्थापित थे. नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान के दौरान मुठभेड़ में विवेक सिंह के शहीद होने की बात बताई जा रही है. हालांकि,मृतक के पिता भी घटना की पूरी जानकारी मिलने के इंतजार में हैं. घटना मंगलवार की देर संध्या की बताई जा रही है. सीआरपीएफ जवान के शहीद होने की खबर पूरे इलाके में फैलने के बाद उनके घर पर लोगों का तांता लगा हुआ है.
मंगलवार की रात्रि में विवेक के यूनिट से इस घटना की जानकारी मोबाइल पर दी गई, लेकिन घटना के संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है. परिवार पर एक बड़ी विपत्ति आ गई, लेकिन गर्व इस बात का है कि मेरा बेटा देश की रक्षा करने के दौरान शहीद हुआ है. :- अरुण कुमार सिंह, शहीद जवान के पिता
शहीद का सात वर्ष का बेटा है विराट वत्स: बता दें कि सिंहासनी के रहने वाले जवान विवेक कुमार दो भाईयों में बड़े थे. उनको चार बहनें हैं. सभी की शादी हो चुकी है. विवेक के छोटे भाई प्रफुल्ल कुमार सिंह सेना में हैं और वर्तमान में असम में पोस्टेड हैं. विवेक सिंह ने वर्ष 2010 में सीआरपीएफ ज्वाइन की थी. उनकी पोस्टिंग छत्तीसगढ़ में थी, लेकिन कोबरा बटालियन का प्रशिक्षण लेने के बाद उनका तबादला झारखंड में हो गया था. शहीद विवेक सिंह को एक सात वर्ष का बेटा विराट वत्स है. जो मोतिहारी में अपनी मां रश्मि सिंह के साथ रहकर एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ता है.
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