मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के रक्सौल स्थित लैंड कस्टम कार्यालय और आइसीपी स्थित कस्टम कार्यालय में दो दिनों तक लखनऊ के कस्टम कमिश्नर कार्यालय की विजिलेंस टीम (Lucknow Custom Commissioner Office ) की छापेमारी चली. विजलेंस टीम ने रक्सौल में दो दिनों तक कैंपिंग कर कागजों को खंगाला. आईसीपी के गेट को बंद करके एक-एक गाड़ियों का सघन जांच करने के बाद ही आने-जाने की अनुमति दी. विजलेंस टीम के रक्सौल आने के बाद लैंड कस्टम हाउस और आइसीपी स्थित कस्टम हाउस कार्यालय के कर्मियों के बीच हड़कंप मचा रहा.
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ताला लगाकर गायब हो गएः विजलेंस टीम के आने की जानकारी मिलने के बाद कई कस्टम क्लियरिंग एजेंट अपने दफ्तर पर ताला लगाकर गायब हो गए. लखनऊ से आई टीम के अधिकारियों ने इसे रूटीन जांच बताते हुए कुछ भी बताने से इंकार कर दिया.मिली जानकारी अनुसार लखनऊ स्थित कस्टम कमिश्नर कार्यालय की 12 सदस्यीय विजिलेंस टीम रक्सौल पहुंची है.जिसको लेकर कस्टम ऑफिस में खलबली मची रही. आयात निर्यात समेत अन्य गतिविधियों की टीम ने जांच की. वहीं दीपावली के मौके पर विजलेंस टीम के पहुंचने से तस्करों में भी हड़कंप मचा रहा. हाल के दिनों में स्थानीय पुलिस, बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के अलावा नेपाल पुलिस और नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स द्वारा बड़ी मात्रा में मादक पदार्थों के अलावा तस्करी के अन्य सामान को जब्त किया गया है.
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चर्चा में है रक्सौल लैंड कस्टम ऑफिसः बता दें कि रक्सौल लैंड कस्टम ऑफिस इधर कुछ अरसे से चर्चा में रह रहा है. ताजा मामला रक्सौल आइसीपी को पूर्ण रूप से चालू करने को लेकर है. पटना कस्टम ने 16 अक्टूबर 2022 से रक्सौल लैंड कस्टम से व्यापारिक गतिविधियों को बन्द करके आइसीपी से ही आयात-निर्यात व व्यापार शुरु करने के लिए विभागीय व सार्वजनिक सूचना जारी किया था. लेकिन पटना कस्टम के आदेश पर नेपाल विदेश मंत्रालय ने 31 दिसम्बर तक रोक लगा दी. बताया जाता है कि नेपाली व्यापारी-ब्रोकर गठजोड़ के दवाब में नेपाल विदेश विभाग ने ऐसा कदम उठाया है. जिस पर भारत सरकार के वित्त मंत्रालय व बॉर्डर मैनेजमेंट विभाग के अधीन लैंड पोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया की नजर बनी हुई है.