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तीन दिवसीय पशु आरोग्य सह कृषि उन्नति मेला का समापन, दलहन उत्पादन पर जोर - कृषि उन्नति मेला

बीजेपी सांसद सुशील मोदी (BJP MP Sushil Modi) ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के 75 साल बाद देश और राज्य सरकारें दाल एवं खाद्य तेल के मामले में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम कर रही है. उन्होंने बताया कि बिहार के कुछ ऐसे क्षेत्र, जिन्हें दाल का कटोरा कहा जाता था, वहां दाल उत्पादन के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. जिस कारण बिहार में इस साल 12 प्रतिशत अधिक दाल का उत्पादन हुआ है.

कृषि उन्नति मेला का समापन
कृषि उन्नति मेला का समापन
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Published : Apr 17, 2022, 8:47 PM IST

मोतिहारी/पटना: पूर्वी चंपारण के पिपराकोठी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित तीन दिवसीय पशु आरोग्य-सह-कृषि उन्नति मेला एवं उद्यान महोत्सव का रविवार को समापन हो गया. मेला सह उद्यान महोत्सव के समापन समारोह का उद्घाटन बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Bihar Assembly Speaker Vijay Sinha), बीजेपी सांसद सुशील मोदी (BJP MP Sushil Modi) मोतिहारी सांसद राधामोहन सिंह और शिवहर सांसद रमा देवी ने संयुक्त रुप से किया. समारोह को संबोधित करते हुए नेताओं ने कृषि क्षेत्र में केंद्र और राज्य सरकारों के किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. पशु आरोग्य सह कृषि उन्नति मेला एवं उद्यान महोत्सव में जिले के सभी 27 प्रखंडों के किसान पहुंचे थे.

ये भी पढ़ें: पत्थरों में जान फूंकने वाले संन्यासी बने सफल किसान, चावल की 6 किस्में उगाने के बाद अब ये है सपना

'21वीं सदी भारत की': इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 21वीं सदी भारत का है. उन्होंने कहा कि 19वीं सदी में स्वामी विवेकानंद ने इस बात की भविष्यवाणी की थी, जो अब सही साबित हो रही है. स्पीकर ने कहा कि वैज्ञानिक सोच और वैज्ञानिक तरीके से खेती करने से हम आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ा चुके हैं. आत्मनिर्भर भारत के मनोभाव को नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों के अंदर जगाया है.

दाल एवं खाद्य तेल के मामले में आत्मनिर्भर: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में दलहन उत्पादन में 2019-20 की तुलना में 12 प्रतिशत और गेहूं, धान 16 लाख टन ज्यादा पैदा हुआ है. केंद्र सरकार शीघ्र ही बिहार के मखाना को जीआई टैग प्रदान करेगी और बिहार में मखाना, लीची, केला का मिनी फूड पार्क स्थापित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी तक बिहार के उत्पाद कतरनी चावल, जर्दालू आम, शाही लीची, मगही पान को जीआई टैग मिल चुका है. मंत्रिपरिषद ने राज्य की 12 बाजार समितियों के आधुनिकीकरण के लिए 748 करोड़ की स्वीकृति दी है.

1 लाख 10 करोड़ की सब्सिडी: सुशील मोदी ने बताया कि पीएम किसान निधि के तहत जहां देश के 11.3 करोड़ किसानों के खाते में अभी तक 1.82 लाख करोड़ दिया जा चुका है, वहीं बिहार के 82 लाख 46 हजार किसानों के खाते में 12,496 करोड़ दिया गया है. उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में रासायनिक खाद के कच्चे माल में अप्रत्याशित वृद्धि के बावजूद भारत सरकार ने 1 लाख 10 करोड़ की सब्सिडी दी है ताकि किसानों को पुराने मूल्य पर ही खाद उपलब्ध हो सके.

ये भी पढ़ें: महंगाई की मार: आसमान छू रहे सब्जियों के दाम, आम लोगों की थाली का बिगाड़ा जायका

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मोतिहारी/पटना: पूर्वी चंपारण के पिपराकोठी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित तीन दिवसीय पशु आरोग्य-सह-कृषि उन्नति मेला एवं उद्यान महोत्सव का रविवार को समापन हो गया. मेला सह उद्यान महोत्सव के समापन समारोह का उद्घाटन बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Bihar Assembly Speaker Vijay Sinha), बीजेपी सांसद सुशील मोदी (BJP MP Sushil Modi) मोतिहारी सांसद राधामोहन सिंह और शिवहर सांसद रमा देवी ने संयुक्त रुप से किया. समारोह को संबोधित करते हुए नेताओं ने कृषि क्षेत्र में केंद्र और राज्य सरकारों के किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. पशु आरोग्य सह कृषि उन्नति मेला एवं उद्यान महोत्सव में जिले के सभी 27 प्रखंडों के किसान पहुंचे थे.

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'21वीं सदी भारत की': इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि 21वीं सदी भारत का है. उन्होंने कहा कि 19वीं सदी में स्वामी विवेकानंद ने इस बात की भविष्यवाणी की थी, जो अब सही साबित हो रही है. स्पीकर ने कहा कि वैज्ञानिक सोच और वैज्ञानिक तरीके से खेती करने से हम आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ा चुके हैं. आत्मनिर्भर भारत के मनोभाव को नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों के अंदर जगाया है.

दाल एवं खाद्य तेल के मामले में आत्मनिर्भर: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में दलहन उत्पादन में 2019-20 की तुलना में 12 प्रतिशत और गेहूं, धान 16 लाख टन ज्यादा पैदा हुआ है. केंद्र सरकार शीघ्र ही बिहार के मखाना को जीआई टैग प्रदान करेगी और बिहार में मखाना, लीची, केला का मिनी फूड पार्क स्थापित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी तक बिहार के उत्पाद कतरनी चावल, जर्दालू आम, शाही लीची, मगही पान को जीआई टैग मिल चुका है. मंत्रिपरिषद ने राज्य की 12 बाजार समितियों के आधुनिकीकरण के लिए 748 करोड़ की स्वीकृति दी है.

1 लाख 10 करोड़ की सब्सिडी: सुशील मोदी ने बताया कि पीएम किसान निधि के तहत जहां देश के 11.3 करोड़ किसानों के खाते में अभी तक 1.82 लाख करोड़ दिया जा चुका है, वहीं बिहार के 82 लाख 46 हजार किसानों के खाते में 12,496 करोड़ दिया गया है. उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में रासायनिक खाद के कच्चे माल में अप्रत्याशित वृद्धि के बावजूद भारत सरकार ने 1 लाख 10 करोड़ की सब्सिडी दी है ताकि किसानों को पुराने मूल्य पर ही खाद उपलब्ध हो सके.

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