मोतिहारी: पूर्वी चंपारण के चिरैया विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक अवनीश सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में नामांकन किया. अवनीश सिंह ने सिकरहना अनुमंडल कार्यालय में नामजदगी का पर्चा भरा है. नामांकन के बाद उन्होंने कहा कि वह एक बार फिर चुनावी मैदान में आ गए हैं.
विकास के मुद्दे पर लड़ रहे चुनाव
अवनीश सिंह ने कहा कि वह हिम्मत हारने वालों में से नहीं हैं और जिन लोगों से वह चुनाव हारे थे. उनसे जनता अब त्रस्त हो चुकी है. इसलिए इस चुनाव में वह विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं. निर्दलीय प्रत्याशी को हिंदू हृदय सम्राट कहे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह हिंदू हृदय सम्राट हैं. लेकिन वह धर्मनिरपेक्ष भी हैं और सबको साथ लेकर चलने वाले हैं.
भाजपा के टिकट पर जीता था चुनाव
बता दें कि अवनीश सिंह ने पहली बार 1990 में ढ़ाका विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता था. साल 1995 का चुनावी जंग भी उन्होंने ढ़ाका से फतह किया. इसके बाद फरवरी 2005 और अक्टूबर 2005 के विधानसभा चुनाव में ढ़ाका विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने जीत दर्ज की. साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद अवनीश सिंह ने चिरैया विधानसभा क्षेत्र से 2010 का चुनावी जंग भाजपा के टिकट पर जीता था.
2014 लोकसभा चुनाव के ठीक पहले अवनीश सिंह ने जदयू का दामन थाम लिया और पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट से जदयू के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर गए. जिस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद साल 2015 के विधानसभा चुनाव में अवनीश सिंह चिरैया विधानसभा क्षेत्र से सपा के टिकट पर चुनावी अखाड़े में उतरे. लेकिन साल 2015 के चुनाव में भी किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और एक बार फिर 2020 के चुनाव में वह चिरैया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय मैदान में हैं.