मोतिहारी: सदर अस्पताल परिसर में स्थित एसएनसीयू से चिकित्सकों के नदारद रहने से भर्ती नवजात बच्चों की स्थिति बिगड़ने लगी है. लिहाजा, नवजात बच्चों के परिजनों ने बच्चे को रेफर कराकर हायर मेडिकल सेंटर में ले जाने के लिए हंगामा किया है. परिजनों के हंगामा को देख अस्पताल प्रबंधक ने आनन -फानन में बच्चे को रेफर कराकर मुजफ्फरपुर भेज दिया है.
चिकित्सक रहे नदारद
दरअसल जन्म लेने के बाद गंभीर रुप से बीमार बच्चों के इलाज के लिए सदर अस्पताल परिसर में सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट बनाई गई है. जिसमें चिकित्सकों के साथ हीं प्रशिक्षित नर्सों की भी प्रतिनियुक्ति की गई है. सोमवार को वासुदेव छपरा की रहने वाली रीमा देवी ने अपने नवजात बच्चे को एसएनसीयू में भर्ती कराया, लेकिन भर्ती हुए नवजात को देखने कोई भी चिकित्सक नहीं आया. तो बच्चे के परिजन उसे रेफर करने के लिए अस्पताल प्रशासन के पास गुहार लगाने लगे.
हंगामे पर उतारु परिजन
अस्पताल प्रशासन असमंजस में था कि जब एसएनसीयू में पदस्थापित चिकित्सक अनुपस्थित हैं. तो बच्चे को किससे रेफर करायें. इस बीच बच्चे की स्थिति बिगड़ने लगी, तो बच्चे के परिजन हंगामे पर उतारु हो गए. बाद में किसी तरह एक चिकित्सक को बुलाकर अस्पताल प्रबंधक ने बच्चे को रेफर कराया और एम्बुलेंस की व्यवस्था कर बच्चे को इलाज के लिए मुजफ्फरपुर भेजा.
डॉक्टर्स की लापरवाही नहीं हो रही कम
अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि समस्या का समाधान हो गया है. बच्चे को रेफर कराकर एम्बुलेंस से मुजफ्फरपुर भेज दिया गया है. बहरहाल, अस्पताल प्रबंधक चाहे जो भी दलील दें, लेकिन अस्पताल में चिकित्सकों की चल रही मनमानी के अलावा ड्यूटी के प्रति उनकी लापरवाही के कारण हमेशा मरीज और उनके परिजन परेशान रहते हैं और हंगामा करते हैं. बावजूद इसके ना ही चिकित्सकों की कार्यशैली सुधर रही है और ना ही अस्पताल प्रबंधन चिकित्सकों की लापरवाही में सुधार लाने की दिशा में कोई कारगर कदम उठाने को तैयार है.