पूर्वी चंपारण(मोतिहारी): पटना से आई निगरानी टीम ने पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय स्थित ग्रामीण विकास अभिकरण कार्यालय के रिटायर क्लर्क धुरी तिवारी को 25 हजार रुपया रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. दरअसल, केसरिया प्रखंड के चांद परसा की रहने वाली चिंता देवी के नाम से आवास योजना से आवास स्वीकृत हुआ था. चिंता देवी ने बताया कि उनके आवास की दूसरी किस्त की राशि भुगतान के लिए धुरी तिवारी 25 हजार रुपया रिश्वत मांग रहे थे. इसकी शिकायत चिंता देवी के पति सिकंदर सहनी ने निगरानी टीम से की थी.
25 हजार रुपया मांगी थी रिश्वत
निगरानी टीम के डीएसपी बीके वर्मा ने बताया कि चांद परसा के सिकंदर सहनी ने निगरानी में आवेदन दिया था. आवेदन में सिकंदर सहनी ने बताया था कि आवास योजना की दूसरी किस्त की राशि भुगतान के लिए आवास सहायक ने 10 हजार रुपया रिश्वत मांगी थी. इस संबंध में सिकंदर सहनी ने डीएम को भी आवेदन दिया था. इसके बाद आवेदन को डीएम ने जांच के लिए डीआरडीए कार्यालय भेज दिया था, लेकिन डीआरडीए कार्यालय में जांच के लिए कागज तैयार करने के एवज में 25 हजार रुपया की मांग क्लर्क धुरी तिवारी कर रहे थे, जिसके खिलाफ सिकंदर सहनी ने निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज करायी थी.
सेवानिवृत हो चुके थे धुरी तिवारी
दरअसल, धुरी तिवारी के खिलाफ मिले लिखित शिकायत का निगरानी विभाग ने सत्यापन कराया, जिसके बाद मंगलवार को निगरानी टीम ने जाल बिछाकर धुरी तिवारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि धुरी तिवारी विगत 30 सितंबर को सेवानिवृत हुए थे, लेकिन सेवानिवृत होने के बाद भी धुरी तिवारी कार्यालय आते थे और फाईलों को डील करते थे.