मोतिहारी: पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खौफ में हैं. इस वायरस के दहशत का आलम यह है कि अपनी सुरक्षा को लेकर मोतिहारी सदर अस्पताल के चिकित्सक शनिवार को मास्क के लिए हड़ताल पर चले गए. लिहाजा, सदर अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. हालांकि, चिकित्सकों की हड़ताल की सूचना पर सिविल सर्जन अस्पताल पहुंचे और चिकित्सकों को मनाने में जुट गए.
दरअसल, कोरोना वायरस के कारण लोगों में काफी दहशत हैं. कोरोना को लेकर सरकार ने भी एहतियातन कई कदम उठाए हैं. सरकारी और दूसरे कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है. लेकिन सदर अस्पताल के चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों को सुरक्षा के नाम पर केवल सर्जिकल मास्क दिया गया है. जिसे सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त नहीं मान रहे है. इस वजह से चिकित्सकों ने सुरक्षित माने जाने वाले एन 95 मास्क की मांग करते हुए हड़ताल कर दी.
'जिले में मिले हैं तीन संदिग्ध मरीज'
जिले में कोरोना के तीन संदिग्ध मरीज सामने आने के बाद लोगों में खौफ का माहौल बन गया है. जबकि तीनों संदिग्ध के रिपोर्ट निगेटिव आए हैं. बावजूद इसके कोरोना को लेकर सरकार की ओर से जारी किए जा रहे एडवायजरी के बाद लोग और ज्यादा भयभीत हो गए है. इस वजह से कोरोना के दहशत से चिकित्सकों ने भी अपने सुरक्षा को लेकर आवाज उठानी शुरु कर दी.
'सीएस के आश्वासन पर समाप्त हुआ हड़ताल'
चिकित्सको के हड़ताल पर चले जाने की सूचना मिलने पर सिविल सर्जन डॉ. रिजवान अहमद सदर अस्पताल पहुंचे और चिकित्सकों से बात की. डॉ. रिजवान अहमद ने सोमवार से सभी चिकित्सकों और अस्पताल कर्मियों को एन 95 मास्क उपलब्ध कराने का आश्वासन देकर हड़ताल खत्म करवाया.