मोतिहारीः बिहार के मोतिहारी में ठेकेदार का शव बरामद किया गया है. घटना से एक दिन पूर्व रविवार को मृतक ने वीडियो जारी कर विधायक से जान का खतरा के होने की बात कही थी. इसके अगले दिन उसका शव कुड़िया तेलियाबाड़ी तालाब से बरामद किया गया. परिजनों ने हत्या (Murder In Motihari) की आशंका जताई है. घटना जिले के पिपरा थाना क्षेत्र के महुआवा गांव की बताई जा रही है. जानकारी मिलने के बाद पुलिस छानबीन में जुट गई है.
लोगों ने किया रोड जामः मृतक की पहचान पूर्व पंचायत समिति सदस्य जितेंद्र प्रसाद उर्फ जीतू प्रसाद के रुप में हुई है. जीतू ठेकेदारी का काम करता था. घटना के बाद से परिजनों में आक्रोशित हो गए. एनएच 28 जाम कर प्रदर्शन करने लगे और आरोपी पर कार्रवाई करने की मांग की. सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया. पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया, इसके बाद लोग शांत हुए. इस दौरान एक घंटे तक रोड जाम रहा.
'सुबह में 3ः 30 बजे घर से निकला थे': मृतक का भतीजा अभिषेक कुमार ने बताया कि चाचा सुबह चार से पांच बजे के बीच में दरवाजे के पास हीं टहलते हैं, लेकिन आज सुबह लगभग साढ़े तीन बजे फोन आया और वे घर से निक गए थे. काफी समय तक जब लौट कर नहीं आए तो उनकी तलाश शुरु हुई. इसी दौरान गांव से लगभग आधा किलोमीटर दूर कुड़िया तेलियाबाड़ी तालाब में उनका शव मिलने की सूचना मिली है. चाचा का आंख और सिर क्षतिग्रस्त था, सिर के मांस बाहर निकला हुआ था.
विधायक से लेन देन का विवाद: बताया कि उसके चाचा जितेंद्र प्रसाद का स्थानीय विधायक श्यामबाबू यादव व एक स्थानीय चिकित्सक से लेन देन का लेकर विवाद था. इसे लेकर रविवार की शाम चाचा ने एक वीडियो बनाया था, जिसमें उन्होंने जान का खतरा बताया था. इसका वीडियो भी जारी किए थे. उन्होंने कहा था कि "विधायक श्यामबाबू यादव कभी भी मेरी हत्या करवा सकता है. बार-बार जान से मारने की धमकी देता है. मेरा पेमेंट नहीं होने देता है. अधिकारियों से मिलकर कराये गए काम का पेमेंट रुकवा देता है. जनता से अपील है कि मैं रहूं या नहीं रहूं, पिपरा से श्यामबाबू यादव को हराइएगा."
क्या बोले विधायक?: इधर, विधायक श्यामबाबू यादव को घटना की जानकारी मिली है. उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को बेबुनियाद बताया है. कहा कि साजिश के तहत मेरा नाम इसमें घसीटा जा रहा है. पुलिस सीडीआर निकाल कर जांच कर सकती है. विधायक ने बताया कि घटना से एक दिन पहले वे पटना विधानसभा सत्र में चले गए थे. विधानसभा से बाहर निकलने के बाद उन्हें भी फोन के माध्यम से घटना की जानकारी मिली है.
"मेरे ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है. घटना से एक दिन पूर्व में पटना के लिए निकल गया था. पटना में विधानसभा सत्र चल रहा है. पुलिस चाहे तो मेरे मोबाइल फोन का सीडीआर खंगाल सकती है." -श्यामबाबू यादव, विधायक
"मौत से पहले का वीडियो मिला है, जिसमें उन्होंने कुछ लोगों का नाम लिया है. यह वीडियो महत्वपूर्ण है. एफएसएल टीम को बुलाया गया है. डॉग स्कायड को भी बुलाया गया है. जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. वीडियो की भी जांच की जा रही है. परिजनों की ओर से कोई आवेदन नहीं मिला है. जांच कर कार्रवाई की जाएगी." -कान्तेश कुमार मिश्रा, एसपी