मोतिहारी: अडानी समूह के बारे में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस (Congress press conference in Motihari) ने केंद्र सरकार को घेरा. हिंडनबर्ग रिसर्च के रिपोर्ट के हवाले से ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमिटी अथवा सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज से जांच कराने की मांग की गई. एआईसीसी के निर्देश पर पूरे देश में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर अपनी बातें रखी. ताकि हिंडनबर्ग रिसर्च के रिपोर्ट में अडानी को लेकर उठाये गए सवालों पर जेपीसी जांच के लिए सरकार पर दबाब बनाया जा सके. इसी अंतराल में पूर्वी चंपारण में कांग्रेस जिलाध्यक्ष शैलेंद्र शुक्ला ने भी प्रेस वार्ता किया, जिसमें केंद्र सरकार के खिलाफ कई सवाल उठाए.
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"अडानी मामले की जांच कराई जाए. जिससे लोगों के सामने इसके बारे में सच्चाई सामने आए. सदन में भी इसपर बहस कराई जाए, ताकि दुध का दुध और पानी का पानी हो सके. शेयरों में गिरावट से उन लाखों निवेशकों को नुकसान पहुंचा है, जिन्होंने पैसे लगाए थे." - शैलेंद्र शुक्ला, कांग्रेस जिलाध्यक्ष
निवेशकों को नुकसानः कांग्रेस जिलाध्यक्ष शैलेंद्र शुक्ला ने कहा कि अडानी समूह के खिलाफ स्टॉक में हेरफेर के आरोपों के सार्वजनिक होने के बाद शेयरों में गिरावट से उन लाखों निवेशकों को नुकसान पहुंचा, जिन्होंने कृत्रिम रुप से बढ़ी हुई कीमतों पर अडानी समूह के शेयरों में निवेश किया था. इन सब बातों को बताने के साथ सरकार से अडानी मामले की जेपीसी अथवा सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से कराने की मांग करते हैं. साथ ही सदन में भी इसपर बहस कराएं. एआईसीसी के निर्देश पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से सरकार से मांग करते हैं कि अडानी के हाथों जो देश को गिरवी रखना चाहते हैं, इसकी जांच कराएं
23 विभिन्न शहरों में प्रेसवार्ताः मांग पूरी नहीं होने पर कांग्रेस पार्टी जनहित में जो भी लड़ाई लड़नी पड़ेगी, उसे लड़ेगी. दरअसल, अखिल भारतीय कांग्रेस ने 'हम अडानी के हैं कौन' शृंखला के तहत देश के 23 विभिन्न शहरों में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया. जिस निर्देश के आलोक में जिला कांग्रेस कमिटी ने एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर केंद्र सरकार पर हिंडनबर्ग रिसर्च के आधार पर कई आरोप लगाए. प्रेसवार्ता में जिलाध्यक्ष के अलावा कई नेता मौजूद रहे.