मोतिहारी: चिराग पासवान (Chirag Paswan ) आशीर्वाद यात्रा ( Ashirwad Yatra ) पर हैं. पार्टी और परिवार में टूट के बाद वे बिहार की जनता से आशीर्वाद ले रहे हैं. इसी क्रम में वे पूर्वी चंपारण के मोतिहारी पहुंचे और जनता से आशीर्वाद लिया, लेकिन वो दर्द जो अपनों ने उन्हें दिया है उसे छिपा नहीं सके.
वहीं, चाचा पशुपति कुमार पारस और चचेरे भाई प्रिंस राज की अमित शाह से हुई मुलाकात के बाद भाजपा ( BJP ) के दरवाजे उनके लिए बंद हो जाने के बारे में पूछे जाने पर चिराग पासवान ने कहा कि 'मैं दूसरे के साथ की अपेक्षा कैसे कर सकता हूं, जब मुझे अपनों ने ही धोखा दे दिया है.'
ये भी पढ़ें : नीतीश कुमार को नुकसान पहुंचाने में जुटी LJP, चिराग के साथ आए दर्जनों नेता
चिराग पासवान ने शुरू में तो आशीर्वाद यात्रा के क्रम में इस सवाल के पूछे जाने को लेकर कहा कि सही समय नहीं होने की बात कहते हुए बताया कि वह अपने पिता के सपनों को पूरा करने के लिए निकले हैं. 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' अभियान उनका मकसद है और उन्हें बिहार की जनता का पूरा समर्थन मिल रहा है.
उन्होंने कहा कि कौन गठबंधन क्या कर रहा है और कौन क्या बोल रहा है, उससे उन्हें कोई मतलब नहीं है. हालांकि, तेजस्वी यादव से संबंधित सवाल पूछे जाने पर चिराग पासवान ने चुप्पी साध ली.
ये भी पढ़ें- Bihar Politics: चिराग पासवान को लेकर नरम पड़े पशुपति पारस के तेवर, जानिए क्या है वजह..
वहीं, चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) पर निशाना साधा. साथ ही चिराग ने मुख्यमंत्री के शराबबंदी को फ्लॉप बताते हुए राज्य में बढ़े भ्रष्टाचार और अपराध के लिए नीतीश कुमार को जिम्मेवार बताया.
बता दें कि लोजपा में टूट के बाद चिराग पासवान आशिर्वाद यात्रा पर निकले हुए हैं और राज्य के सभी जिलों में उनका दौरा जारी है. इसी क्रम में वह मोतिहारी पहुंचे थे. मोतिहारी में कार्यकर्ताओं द्वारा जगह-जगह किए जा रहे स्वागत से चिराग पासवान अभिभूत दिखे. आशिर्वाद यात्रा में चिराग के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी समेत कई नेता भी चल रहे हैं.
ये भी पढ़ें- ... तो चिराग पासवान के कारण ही बिहार में BJP बड़े भाई की भूमिका में है