मोतिहारी: आजादी का 75 वां साल (75th Independence Year) चंदनबारा के लिए काफी खास है. बिहार सरकार ने चंदनबारा उच्च विद्यालय (Chandanbara High School) उर्दू को प्लस टू में उत्क्रमित कर दिया है. इस मौके पर जदयू एमएलसी खालिद अनवर (Khalid Anwar) ने कहा है कि मुसलमानों को अपनी हैसियत को पहचाननी होगी. मुसलमानों को अब किसी की जागिर बनकर नहीं रहना है.
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चंदनबारा उच्च विद्यालय उर्दू को प्लस टू में बदलने के फैसले को लेकर इलाके के लोगों में काफी खुशी का माहौल है. इसे लेकर लोगों ने एक कार्यक्रम का आयोजन कर सरकार के फैसले का स्वागत किया और धन्यवाद दिया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे जदयू के एमएलसी खालिद अनवर ने लोगों को संबोधित किया.
"मुसलमानों ने आज तक अपनी हैसियत को नहीं पहचाना है. पिछले 70 वर्षों से मुसलमान जिसकी गुलामी करते रहे हैं, उस गुलामी से वे बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. आजादी के बाद से राज्य के अल्पसंख्यकों के राजनीतिक, आर्थिक और शैक्षणिक उत्थान के लिए सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही काम किया है. इसलिए मुसलमानों को अब किसी की जागीर बनकर नहीं रहना है, क्योंकि अन्य सरकारों ने मुसलमानों को केवल ठगने का काम किया है."- खालिद अनवर, जदयू एमएलसी
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चंदनबारा उच्च विद्यालय उर्दू को इंटरस्तरीय उच्चतर विद्यालय के रुप में उत्क्रमित में बदल जाने से इलाके के छात्रों को काफी लाभ मिलेगा. क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को इंटर तक की पढ़ाई में काफी सहुलियत होगी. बीते काफी वक्त से इसकी मांग की जा रही थी, जिसे सरकार ने पूरा कर दिया.