पूर्वी चंपारण: बिहार में मोतिहारी (Motihari) का बनकटवा (Bankatwa) देश ही नहीं दुनिया के मानचित्र पर रोल मॉडल के रूप में बनकटवा विख्यात हुआ है. डब्ल्यूएचओ (WHO) ने ट्वीट कर बनकटवा को रोल मॉडल बताकर दूसरे देशों को इससे सीख लेने की भी नसीहत दी है. जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों के सहयोग से वैक्सीनेशन (Vaccination) के पहले डोज का लक्ष्य पूर्ण हो गया है.
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वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ चल रही जंग का रोल मॉडल पूर्वी चंपारण का बनकटवा प्रखंड बना है. बनकटवा को रोल मॉडल बनाने में स्वास्थ्य विभाग, प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने अहम भूमिका निभाई है. इनकी भूमिका को सार्थक बनाने में आम लोगों का भरपूर सहयोग मिला है. जिसके कारण बनकटवा देश ही नहीं दुनिया के मानचित्र पर रोल मॉडल के रूप में विख्यात हुआ है.
पूर्वी चंपारण जिले का बनकटवा प्रखंड ने कोरोना के खिलाफ टीकाकरण में देश में सबसे पहले शत प्रतिशत का लक्ष्य को पाया है. बनकटवा के बिजवनी दक्षिणी पंचायत के सभी 13 गांवों ने सबसे पहले इस लक्ष्य को प्राप्त किया. बिजवनी दक्षिणी पंचायत के बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक दोनों ही समुदायों के निवासियों ने पूर्ण टीकाकरण कराकर लक्ष्य को प्राप्त किया है. जिसके बाद अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के हौसले बुलंद हैं.
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जब एक पंचायत पूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है, तो पूरा बनकटवा प्रखंड क्यों नहीं. इसी बुलंद हौसलों की बदौलत अधिकारियों और सामजिक कार्यकर्ताओं ने जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाकर लक्ष्य को पाने का निर्णय लिया और महज कुछ ही दिनों में बनकटवा प्रखंड के सभी दस पंचायत पूर्ण टीकाकृत हो गये. टीकाकरण के लक्ष्य पाने के नजदीक पहुंचे बनकटवा प्रखंड के हौसले को जिलास्तरीय अधिकारी बुलंद करते रहे. बनकटवा प्रखंड के सभी दल और समुदाय के अग्रणी लोगों ने इसमें अहम भूमिका निभाई है. जिसके कारण लक्ष्य आसान दिखा और पूरा भी हुआ.
''गांव के लोगों के साथ बैठक कर और जागरूकता लाकर बनकटवा प्रखंड में सबसे पहले बीजवनी दक्षिणी पंचायत के सभी गांवों के नागरिकों को कोरोना की पहली डोज का टीका लगाया गया. बीजवनी दक्षिणी पंचायत के टीकाकृत होने के साथ हौसले बढ़े और गांव के लोगों के सहयोग से आसपास के गांवों को भी टीकाकरण के लक्ष्य को पाने में सफलता मिली है.''- शंकर प्रसाद गुप्ता, मुखिया, बीजवनी पंचायत
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ग्रामीण सामाजिक कार्यकर्ता सुरेन्द्र प्रसाद बताते हैं कि लक्ष्य आसान नहीं था, लेकिन बुलंद हौसले और कुशल नेतृत्व ने लक्ष्य पूरा कराया है. बनकटवा को पूर्ण टीकाकृत बनाने में बीजवनी दक्षिणी पंचायत के नागरिकों के हौसले ने हिम्मत दी है.
''बीजवनी दक्षिणी पंचायत के पूर्ण टीकाकृत होने के साथ प्रशासनिक अधिकारियों, स्वास्थ्य विभाग, यूनिसेफ और डब्लूएचओ के अधिकारियों और कर्मियों में जोश भर दिया. अधिकारियों ने संयुक्त मुहिम चलाकर बनकटवा को पूर्ण टीकाकृत करने का लक्ष्य निर्धारित किया. बीजवनी दक्षिणी पंचायत के लोगों के सहयोग और बुलंद हौसले ने बनकटवा प्रखंड के सभी दस पंचायतों को पूर्ण टीकाकृत बनाने में सफल रहा.''- सुरेन्द्र प्रसाद, सामाजिक कार्यकर्ता, बनकटवा
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''बनकटवा के बीडीओ के नेतृत्व में यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के कर्मियों ने मुहिम को संभव कर दिखाया और डीएम शीर्षत कपिल अशोक के मार्गदर्शन में कठिन लक्ष्य को प्राप्त किया है.''- आशुतोष कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बनकटवा
''यूनिसेफ के जिलास्तरीय अधिकारियों के सफल सहयोग के कारण ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सका है. साथ ही पूरे प्रखंड के लोगों के लिए बीजवनी दक्षिणी पंचायत ने रोल मॉडल की भूमिका निभाई है. कोरोना के खिलाफ चल रहे जंग में बनकटवा प्रखंड राज्य और देश में सबसे पहला पूर्ण टीकाकृत प्रखंड बना है. जिसके लिए राज्य और देश के राजनेताओं ने सराहना की है. अब तो विदेशों में भी बनकटवा रोल मॉडल के रूप में विख्यात हो गया है.''- मुनिन्द्र कुमार सिंह, अधिकारी, यूनिसेफ बनकटवा
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''मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 6 माह में 6 करोड़ लोगों के टीकाकरण के संकल्प ने इस लक्ष्य को पाने में अहम भूमिका निभाई है. जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों और आम नागरिकों के बुलंद हौसले के बदौलत लक्ष्य को पाया गया है. पूर्वी चंपारण का बनकटवा राज्य और देश में सबसे पहले टीकाकृत होने का लक्ष्य प्राप्त किया है, जिसके बाद जिले के कई प्रखंड और नगर ने इस लक्ष्य को पूरा किया है. जिसमें आम नागरिकों में बढ़ा विश्वास और जागरूकता महत्वपूर्ण हैं. साथ ही लोगों को जागरूक बनाने के लिए अधिकारियों की भूमिका भी सराहनीय है.''- शीर्षत कपिल अशोक, डीएम
बनकटवा प्रखंड ने पूर्वी चंपारण को दुनिया के मानचित्र पर पहचान दिलाई है. आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सेविका और जनप्रतिनिधि सभी की मदद से बनकटवा प्रखंड में 100 फीसदी कोरोना टीकाकरण ये बताता है कि कुछ ठान लो तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है.