दरभंगा: नदी में डूबने से केवटी प्रखंण्ड के एक युवक की मौत हो गई. मामला लाला चौर के पास का बताया जा रहा है. दरअसल, युवक स्टंट करते हुए टिक-टॉक वीडियो बना रहा था. इसी क्रम में उनकी जान चली गई. तीन दिनों के बाद एनडीआरएफ की टीम ने शव को बरामद किया है.
पूरा मामला
घटना के बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि तीनों दोस्त कासिम, अफजल और सितारे अदलपुर के रहने वाले हैं. वह तीनों बाढ़ का पानी देखने के लिए केवटी के लाला चौर पहुंच गए. सभी बाढ़ के पानी में खतरनाक स्टंट कर मोबाइल से तस्वीरें लेने लगे और टिक-टॉक के लिए कई तरह के खतरनाक स्टंट करने लगे.
बचाने के लिए छलांग लगाई, लेकिन खुद जान गंवा बैठा
घटना के बारे में बताया जाता है कि एक युवक कासिम स्टंट करते हुए पानी में छलांग लगाया. लेकिन, गहरे पानी में जाने के कारण डूबने लगा. उसे डूबता देखकर बचाने के लिए दूसरा दोस्त अफजल पानी में कूद गया. लेकिन, किसी तरह से कासिम डूबने से बच गया और बचाने गया अफजल डूब गया. अफजल को डूबता देखकर तीसरा दोस्त सितारे भी विडियो बनाना बंद कर उसे बचाने के लिए पानी में कूदा. तभी आसपास के लोग जो इन लोगों को देख रहे थे, इस सबों को बचाने के लिए पानी में कूद कर बचाने लगे. लेकिन इस घटना में अफजल की डूबने से मौत हो गई.
वायरल हुआ वीडियो
बाढ़ के पानी में स्टंट करने वाले इन तीनों दोस्तों के कई वीडियो और फोटो वायरल हुए हैं. स्लो मोशन में फिल्माए वीडियो में साफ दिख रहा है कि कासिम सड़क पर से दौड़ लगाते हुए एक पुल के पास तेज धार में बहाने वाले बाढ़ के पानी में कूद जाता है. जब कासिम पानी में कूदता है तो अफजल पुल की रेलिंग पकड़कर कासिम को देखता है. इस दौरान तीसरा दोस्त वीडियो बनाता है. कासिम जैसे ही पानी में छलांग लगाता है तभी कुछ सेकेंड बाद कासिम को बचाने के लिए अफजल भी पानी में कूद जाता है. लेकिन, पानी के तेज बहाव के कारण अफजल डूब जाता है. तभी तीसरा दोस्त भी मोबाइल बंद कर आपने साथी की तलाश में पानी में छलांग लगा देता है.
जिलाधिकारी ने की लोगों से अपील
जिलाधिकारी त्याग राजन ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग बाढ़ के पानी से दूर रहें. बाढ़ के पानी में ऐसा स्टंट भी ना करें. साथ ही उन्होंने बाढ़ के पानी में सेल्फी लेने से भी मना किया. इन बातों से अलग एक्मी पुल के पास मौजूद गस्ती पुलिस की गाड़ी के सामने ही कई बच्चे नदी के धारा में छलांग लगाते दिखे. पुलिस और आस-पास के स्थानीय लोग मूकदर्शक बने रहे.