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सरकारी तंत्र के इंतजार में 7 वर्षों से पड़ा है वीरान अस्पताल, परिसर पर असमाजिक तत्वों का कब्जा - darbhanga local news

जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल है. इसका निर्माण 2014 में 67 लाख 54 हजार 647 की लागत से हुआ था. लेकिन इसके निर्माण को बाद से किसी ने भी इसकी खोज खबर नहीं ली.

दरभंगा
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल
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Published : May 22, 2021, 8:52 PM IST

दरभंगा: कोरोना संक्रमण के प्रकोप को रोकने के लिए सरकार की ओर से टीकाकरण, मास्क वितरण सहित कई प्रकार के अभियान को चलाया जा रहा है. ताकि इस संक्रमण चेन तोड़ा जा सके. वहीं सरकार ने इस महामारी के मद्देनजर सभी जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अपने-अपने क्षेत्र में पड़ने वाले प्राथमिक और उप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को व्यवस्थित रखें ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसका उपयोग किया जा सके. लेकिन सही रखरखाव के अभाव में अधिकांश प्राथमिक और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल है.

ये भी पढ़ें...बिहार में ब्लैक फंगस महामारी घोषित, कोरोना मरीजों की तरह रखा जाएगा रिकॉर्ड

स्वास्थ्य केंद्र बना दिया जुए का अड्डा
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की पड़ताल के दौरान पाया गया कि इस अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण 2014 में 67 लाख 54 हजार 647 की लागत से हुआ था. निर्माण के बाद आज तक इसे देखने के लिए कोई नहीं आया है. जिसके कारण असामाजिक तत्वों ने भवन में लगे ताले को तोड़कर अपना कब्जा कर लिया. वहीं रखरखाव के अभाव में बाहरी परिसर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है और ग्रामीणों के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र के बाहरी परिसर को जुआ का अड्डा बना दिया है.

दरभंगा
अस्पताल का हाल बेहाल

ये भी पढ़ें...4 के चक्कर में फंसे चौबे जी! 4 बार उद्घाटन के बाद भी BS-4 मॉडल एंबुलेंस के रजिस्ट्रेशन पर पेंच

'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुनाव के समय में आए थे, तो हमलोगों ने अस्पताल की मांग की थी. जिस मुख्यमंत्री ने 6 बेड के अस्पताल देने की घोषणा की और 2014 में निर्माण शुरू हुआ और वर्ष 2015 तक अस्पताल बनकर तैयार हो गया. लेकिन आजतक इसे देखने के लिए ना सांसद आये, ना विधायक और ना ही कोई सरकारी तंत्र. बच्चों ने खेल खेल में अस्पताल के कांच को तोड़ दिया. अगर कोई बीमार होता है तो उसे 20 किलोमीटर दूर दरभंगा ले जाकर इलाज करवाना पड़ता है. आज भी हमलोग अस्पताल खुलने के इंतजार में बैठे हुए हैं'.- दिनेश प्रसाद, ग्रामीण

दरभंगा: कोरोना संक्रमण के प्रकोप को रोकने के लिए सरकार की ओर से टीकाकरण, मास्क वितरण सहित कई प्रकार के अभियान को चलाया जा रहा है. ताकि इस संक्रमण चेन तोड़ा जा सके. वहीं सरकार ने इस महामारी के मद्देनजर सभी जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अपने-अपने क्षेत्र में पड़ने वाले प्राथमिक और उप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को व्यवस्थित रखें ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसका उपयोग किया जा सके. लेकिन सही रखरखाव के अभाव में अधिकांश प्राथमिक और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल है.

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स्वास्थ्य केंद्र बना दिया जुए का अड्डा
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की पड़ताल के दौरान पाया गया कि इस अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण 2014 में 67 लाख 54 हजार 647 की लागत से हुआ था. निर्माण के बाद आज तक इसे देखने के लिए कोई नहीं आया है. जिसके कारण असामाजिक तत्वों ने भवन में लगे ताले को तोड़कर अपना कब्जा कर लिया. वहीं रखरखाव के अभाव में बाहरी परिसर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है और ग्रामीणों के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र के बाहरी परिसर को जुआ का अड्डा बना दिया है.

दरभंगा
अस्पताल का हाल बेहाल

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'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुनाव के समय में आए थे, तो हमलोगों ने अस्पताल की मांग की थी. जिस मुख्यमंत्री ने 6 बेड के अस्पताल देने की घोषणा की और 2014 में निर्माण शुरू हुआ और वर्ष 2015 तक अस्पताल बनकर तैयार हो गया. लेकिन आजतक इसे देखने के लिए ना सांसद आये, ना विधायक और ना ही कोई सरकारी तंत्र. बच्चों ने खेल खेल में अस्पताल के कांच को तोड़ दिया. अगर कोई बीमार होता है तो उसे 20 किलोमीटर दूर दरभंगा ले जाकर इलाज करवाना पड़ता है. आज भी हमलोग अस्पताल खुलने के इंतजार में बैठे हुए हैं'.- दिनेश प्रसाद, ग्रामीण

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