दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विवि के संबद्ध कॉलेजों के शिक्षकों-कर्मियों ने कुलपति पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए धरना दिया. साथ ही राज्यपाल से उनके वित्तीय अधिकार वापस लेने की मांग की. वहीं दूसरी तरफ एमएलएसएम कॉलेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष ने आरोप को खारिज करते हुए कुलपति को विकास करने वाला अधिकारी बताया.
कुलपति पर भ्रष्टाचार का आरोप
विवि के सीनेट डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कुलपति पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'स्कूल गुरु' नामक निजी एजेंसी के साथ करार में अरबों रुपये का घोटाला हुआ है. विवि से कीमती चंदन के पेड़ काट कर चोरी कर लिए गए. सरकार ने वित्त रहित शिक्षा नीति को समाप्त कर उन्हें ग्रांट दिया था, लेकिन विवि कई सालों से उन्हें नहीं दे रहा है. साथ ही उन्होंने विवि के कुलपति पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए राज्यपाल से उनके वित्तीय अधिकार वापस लेने की मांग की है.
समाज में विभाजन की राजनीति
वहीं, दूसरी तरफ एमएलएसएम कॉलेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. शाहिद हसन ने इस आरोप को खारिज करते हुए कुलपति को विकास करने वाला अधिकारी बताया. उन्होंने कहा कि इस वीसी के कार्यकाल में सत्र नियमित हुआ है. दूसरे विवि के छात्र भी यहां नामांकन लेने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग समाज में विभाजन की राजनीति कर रहे हैं. अगर शिक्षकों-कर्मियों या छात्रों को कोई समस्या है तो कुलपति से बात कर उस समस्या का समाधान निकालें. ऐसे आंदोलन करने से कोई फायदा नहीं है, क्योंकि विकास करने वाला व्यक्ति आगे बढ़ता ही रहेगा.