दरभंगा: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रविवार को अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन(ऐपवा) की ओर से सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ मार्च निकाला गया. ये मार्च पोलो मैदान स्थित धरना स्थल से लहेरियासराय टावर तक निकाला गया. इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं ने सीएए, एनपीआर और एनआरसी को महिला विरोधी काला कानून बताते हुए, इसे वापस लेने की मांग की.
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने मार्च के दौरान जमकर नारेबाजी की. उन्होंने मोदी सरकार होश में आओ, महिलाओं पर दमन करना बंद करो और महिलाओं का अपमान हम नहीं सहेंगे जैसे नारे लगाए. गुस्साई महिलाओं ने कहा कि मोदी सरकार का अत्याचार जब तक खत्म नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
महिला दिवस के अवसर पर ली शपथ
वहीं, सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज मोदी सरकार देश में महिलाओं पर बात करते-करते उन पर हमला करना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हम शपथ ले रहे हैं, जब तक महिलाओं पर अत्याचार खत्म नहीं होता तब तक वे सड़कों पर आंदोलन करती रहेंगी.
'मोदी सरकार में बढ़ा महिलाओं पर अत्याचार'
ऐपवा की जिला सचिव रशीदा खातून ने कहा कि जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी तो नारा दिया था कि बहुत हुआ महिलाओं पर वार, अबकी बार मोदी सरकार. लेकिन, यह सरकार जब से सत्ता में आई है तब से महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गया है. वहीं उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी सरकार महिला सुरक्षा की बात करती है और दूसरी तरफ शाहीनबाग में महिलाओं पर हमले करवा रही है.