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बीच सफर में मां ने तोड़ा दम, तीन साल की मासूम को नहीं है घर का पता

तीन साल की बेटी के साथ सफर कर रही महिला की मौत हो गई. मृतक महिला की पहचान नहीं हो पाई है. बच्ची को अपने पिता का नाम याद है, लेकिन घर का पता नहीं. दरभंगा (Darbhanga) जीआरपी (GRP) ने बच्ची को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया है.

Radhika
राधिका
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Published : Jun 29, 2021, 6:10 PM IST

दरभंगा: दरभंगा (Darbhanga) जीआरपी (GRP) के थाना प्रभारी हारून रसीद की गोद में खेल रही इस तीन साल की बच्ची का नाम राधिका है. उसे पता नहीं कि जिस मां की गोद में सवार होकर ट्रेन यात्रा पर निकली थी वह बीच सफर में ही दुनिया छोड़ गई. मां की मौत से बेखबर बच्ची पुलिसकर्मियों के साथ खेल रही है. पूछने पर अपना और अपने पिता का नाम तो बताती है, लेकिन मां का नाम नहीं बता पाती. उसे घर का पता भी याद नहीं.

यह भी पढ़ें- दबंगों की दबंगई: शराब लाने से किया इंकार तो जानवर की तरह गले में रस्सी बांधकर गांव में घुमाया

मां की हो गई मौत
राधिका की मां बेटी के साथ स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस (Swatantrata Senani Express) में सफर कर रही थी. यात्रा के दौरान महिला की तबीयत बिगड़ गई. सहयात्रियों के सहयोग से उसे मधुबनी जिले के सकरी रेलवे स्टेशन पर इलाज के लिए उतारा गया. सकरी रेलवे स्टेशन दरभंगा जीआरपी के क्षेत्राधिकार में आता है. इसलिए जीआरपी के अधिकारियों ने महिला को इलाज के लिए मधुबनी के पंडौल पीएचसी भेजा. वहां से डॉक्टरों ने महिला को बेहतर इलाज के लिए मधुबनी सदर अस्पताल रेफर कर दिया. सदर अस्पताल पहुंचते-पहुंचते महिला ने दम तोड़ दिया.

देखें रिपोर्ट

महिला के पास नहीं था टिकट
"महिला के पास से कोई टिकट नहीं मिला है. इसलिए उसकी पहचान नहीं हो सकी है. महिला की पहचान की कोशिश की जा रही है. बच्ची अपना नाम राधिका और पिता का नाम रंजीत बताती है. मां का नाम उसे याद नहीं है. बच्ची को अपने घर का पता नहीं मालूम है. बच्ची को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है."- हारून रसीद, जीआरपी थाना प्रभारी, दरभंगा

यह भी पढ़ें- VIDEO: ग्रामीणों को मंजूर नहीं था युवक-युवती का प्यार करना, पेड़ में बांधकर की पिटाई

दरभंगा: दरभंगा (Darbhanga) जीआरपी (GRP) के थाना प्रभारी हारून रसीद की गोद में खेल रही इस तीन साल की बच्ची का नाम राधिका है. उसे पता नहीं कि जिस मां की गोद में सवार होकर ट्रेन यात्रा पर निकली थी वह बीच सफर में ही दुनिया छोड़ गई. मां की मौत से बेखबर बच्ची पुलिसकर्मियों के साथ खेल रही है. पूछने पर अपना और अपने पिता का नाम तो बताती है, लेकिन मां का नाम नहीं बता पाती. उसे घर का पता भी याद नहीं.

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मां की हो गई मौत
राधिका की मां बेटी के साथ स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस (Swatantrata Senani Express) में सफर कर रही थी. यात्रा के दौरान महिला की तबीयत बिगड़ गई. सहयात्रियों के सहयोग से उसे मधुबनी जिले के सकरी रेलवे स्टेशन पर इलाज के लिए उतारा गया. सकरी रेलवे स्टेशन दरभंगा जीआरपी के क्षेत्राधिकार में आता है. इसलिए जीआरपी के अधिकारियों ने महिला को इलाज के लिए मधुबनी के पंडौल पीएचसी भेजा. वहां से डॉक्टरों ने महिला को बेहतर इलाज के लिए मधुबनी सदर अस्पताल रेफर कर दिया. सदर अस्पताल पहुंचते-पहुंचते महिला ने दम तोड़ दिया.

देखें रिपोर्ट

महिला के पास नहीं था टिकट
"महिला के पास से कोई टिकट नहीं मिला है. इसलिए उसकी पहचान नहीं हो सकी है. महिला की पहचान की कोशिश की जा रही है. बच्ची अपना नाम राधिका और पिता का नाम रंजीत बताती है. मां का नाम उसे याद नहीं है. बच्ची को अपने घर का पता नहीं मालूम है. बच्ची को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है."- हारून रसीद, जीआरपी थाना प्रभारी, दरभंगा

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