दरभंगाः बागमती, कमला और अधवारा समूह की करेह नदी की बाढ़ से दरभंगा शहर की बड़ी आबादी त्राहिमाम कर रही है. शहर के 48 में से 16 वार्डों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है. इसके बाद हो रही बारिश ने लोगों की समस्या और बढ़ा दी है. जहाम देखिए वहां सड़क पर पानी ही पानी नजर आ रहा है. कई सड़कों पर 3 फीट तक पानी बह रहा है.
बाढ़ का कहर
नगर निगम ने आपातकालीन व्यवस्था के तहत कुछ पंपसेट मंगा कर बाढ़ और बारिश के पानी को निकालने की व्यवस्था की है, जो कि नाकाफी साबित हो रही है. उधर, शहर के लोग नगर निगम पर जलजमाव के स्थायी समाधान के लिए अतिक्रमण हटाने और नालों की कारगर सफाई कराने के बजाए खानापूर्ति का आरोप लगा रहे हैं. ईटीवी भारत संवाददाता ने जलजमाव की समस्या और इसके समाधान पर शहर के लोगों और नगर निगम के आयुक्त से बात की.
जलजमाव की समस्या
शिवाजी नगर के काशी कुमार सहनी ने कहा कि पिछले 20-25 दिनों से इस इलाके में बाढ़ का पानी जमा है. लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. नगर निगम ने 3-4 दिनों से पंपसेट से पानी निकालना शुरू किया है. लेकिन इससे कोई खास फायदा नहीं हो रहा है. ऐसे तो काफी समय लग जाएगा.
नगर निगम अतिक्रमण को कराए खाली
कादिराबाद के नागेश कुमार ने कहा कि पिछले 10-15 साल से वे लोग हर साल बरसात में भीषण जलजमाव की समस्या झेलते हैं. यहां जल निकासी के मार्ग बंद हैं. कुछ लोगों ने नाले को भर कर अतिक्रमण कर लिया है. जिसकी वजह से पानी नहीं निकल पाता है. उन्होंने कहा कि नगर निगम को अतिक्रमण खाली कराना चाहिए.
बुडको को ठहराया जिम्मेदार
ईटीवी भारत ने जब दरभंगा नगर निगम के आयुक्त घनश्याम मीणा से शहर के जलजमाव की समस्या के स्थायी समाधान के संबंध में पूछा तो उन्होंने बुडको को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा दिया. नगर आयुक्त ने कहा कि शहर में बुडको की ओर से कई नए नाले बनाने का काम चल रहा है. उनके इंजीनियर इसमें विलंब कर रहे हैं. उन नालों के निर्माण के बाद शहर के जलजमाव की समस्या का समाधान हो जाएगा.