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मिथिला में मैथिली के लिए विद्यापति सेवा संस्थान चलाएगा विशेष अभियान, जनगणना में मैथिली भाषा दर्ज कराने की पहल

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Published : Mar 31, 2021, 5:01 PM IST

विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी 'बैजू' ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. जिसमें उन्होंने 2021 की जनगणना में मैथिली भाषा को दर्ज कराने की अपील की.

दरभंगा
दरभंगा

दरभंगा: भारत मे 2021 की जनगणना 1 अप्रैल से शुरू हो रही है. इसको लेकर मिथिला के इलाके में खास तैयारी की जा रही है. कई संस्थाओं ने लोगों से जनगणना में भाषा के कॉलम में मैथिली दर्ज कराने की अपील की है. इसी के तहत दरभंगा के विद्यापति सेवा संस्थान मिथिला के सभी जिलों में एक अभियान चला रहा है, जिसमें लोगों से जनगणना में मैथिली लिखने की अपील की जा रही है.

ये भी पढ़ें- LNMU: 25 करोड़ की लागत से बने 12 भवन बेकार, इस्तेमाल लायक बनाने में खर्च होंगे और पैसे

'मैथिली संविधान की 22 मान्यता प्राप्त भाषाओं में शामिल है. वहीं, इस बार भारत सरकार ने एक निर्देश जारी किया है कि क्षेत्रीय भाषाओं में जनगणना कराई जाए. इसलिए वह आम लोगों से अपील कर रहे हैं कि जनगणना में भाषा के कॉलम में मैथिली लिखें.'- डॉ. बैद्यनाथ चौधरी 'बैजू', महासचिव, विद्यापति सेवा संस्थान

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

मैथिली भाषा मिथिला की पहचान
डॉ. बैद्यनाथ चौधरी 'बैजू' ने कहा कि इसके लिए वे सभी राजनीतिक दलों, शिक्षण संस्थानों, शिक्षकों और आम लोगों के बीच एक अभियान चला रहे हैं. जिसमें जनगणना में मैथिली भाषा दर्ज कराने की अपील की जा रही है. उन्होंने कहा कि वे इस अभियान को मिथिला क्षेत्र के सभी जिलों में लेकर जाएंगे. साथ ही कहा कि मैथिली भाषा मिथिला के साढ़े 7 करोड़ लोगों की पहचान है और इसे महत्व तो मिलना ही चाहिए.

दरभंगा: भारत मे 2021 की जनगणना 1 अप्रैल से शुरू हो रही है. इसको लेकर मिथिला के इलाके में खास तैयारी की जा रही है. कई संस्थाओं ने लोगों से जनगणना में भाषा के कॉलम में मैथिली दर्ज कराने की अपील की है. इसी के तहत दरभंगा के विद्यापति सेवा संस्थान मिथिला के सभी जिलों में एक अभियान चला रहा है, जिसमें लोगों से जनगणना में मैथिली लिखने की अपील की जा रही है.

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डॉ. बैद्यनाथ चौधरी 'बैजू' ने कहा कि इसके लिए वे सभी राजनीतिक दलों, शिक्षण संस्थानों, शिक्षकों और आम लोगों के बीच एक अभियान चला रहे हैं. जिसमें जनगणना में मैथिली भाषा दर्ज कराने की अपील की जा रही है. उन्होंने कहा कि वे इस अभियान को मिथिला क्षेत्र के सभी जिलों में लेकर जाएंगे. साथ ही कहा कि मैथिली भाषा मिथिला के साढ़े 7 करोड़ लोगों की पहचान है और इसे महत्व तो मिलना ही चाहिए.

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