दरभंगा: दिल्ली की अनाज मंडी स्थित एक बैग फैक्ट्री में लगी भीषण आग में 43 लोगों की मौत हो गई. इसमें बिहार के 21 लोगों की मौत हुई है. दरभंगा से भी उस फैक्ट्री में कई लोग काम करते थे. वहां काम कर रहे दो लोगों का अभी तक पता नहीं चल सका है. वहीं, दो लोग अस्पताल में भर्ती हैं. इससे जिले में मातम पसरा हुआ है.
दरभंगा के वार्ड 5 से अनाज मंडी स्थित एक बैग फैक्ट्री में कई लोग काम करते थे. इस अग्निकांड के बाद यहां के रहने वाले दो लोग अखलाक और आदिल का कोई पता नहीं चल सका है. जबकी दो लोगों का इलाज दिल्ली स्थित अस्पताल में चल रहा है. लापता लोगों की सूचना नहीं मिलने से इनके परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल है. लेकिन अभी तक इनकी सुध लेने भी कोई नहीं पहुंचा है.
'कमाने वाला सिर्फ अखलाक ही था'
अखलाक की पत्नी शहनाज बेगम ने बताया कि उसके पति पिछले दो साल से उस फैक्ट्री में मजदूरी करते थे. उनके परिवार के कुल चार लोग वहां थे. उनमें से पति और 12 साल का छोटा भाई अगलगी के बाद से नहीं मिल रहे हैं. परिवार में चार छोटे बच्चे हैं. लेकिन कमाने वाला सिर्फ अखलाक ही था.
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'मुआवजा भी मिलना चाहिए'
वहीं, जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नगर अध्यक्ष मो. फैज़ुल हसन ने बताया कुल चार लोग परवेज, गुलरेज, अखलाक और आदिल अनाज मंडी स्थित बैग फैक्ट्री में काम करते थे. उनमें से परवेज और गुलरेज का गंभीर हालत में इलाज चल रहा है. अखलाक और आदिल के जल कर मौत होने की आशंका है. घटना के समय सभी लोग उसी बंद मकान में सोये हुए थे. दिल्ली सरकार और दरभंगा जिला प्रशासन से इनको कोई भी मदद नहीं मिली है. परिजनों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग भी की है.