दरभंगा: देश के विभिन्न हिस्सों में ट्रेड यूनियनों के कर्मियों ने नई मजदूर विरोधी नीति, श्रम कानूनों के विरोध और बेरोजगारी, महंगाई, निजीकरण, एनआरसी, सीएए के खिलाफ देशव्यापी हड़ताल का आयोजन किया. वहीं इस हड़ताल का असर जिले में भी देखने को मिला. हड़ताल की वजह से बैंक और अन्य सेवाएं ठप रहने के कारण आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इस प्रदर्शन को लेकर जिला प्रशसन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. बता दें कि भारत बंद का असर बिहार के कई जिलों में देखने को मिला.
सीएए और एनआरसी कानून वापस लेने की मांग
अररिया में चांदनी चौक पर सैकड़ों छात्र और आम अवाम ने लेफ्ट की ओर से बुलाए गए भारत बंद को समर्थन दिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आवागमन को बाधित कर सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शकारियों ने सीएए और एनआरसी कानून वापस लेने की मांग की.
सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
बेतिया में अखिल भारतीय खेत-मजदूर सभा और मनरेगा मजदूर सभा सहित भाकपा माले ने देशव्यापी हड़ताल के अंतर्गत नेशनल हाइवे को जामकर अपना विरोध जताया. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस हड़ताल को राजद, कांग्रेस, राजपा सहित कई पार्टियों ने अपना समर्थन दिया.
8 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन
बगहा के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में संविदा पर बहाल वन कर्मी, राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ के समर्थन में अपनी 8 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान वीटीआर कर्मियों ने वीटीआर के प्रवेश द्वार को पूरी तरह से बंद कर दिया. इस कारण सैलानी जंगल सफारी और बोटिंग का आनंद नहीं ले पाए.