दरभंगा : बिहार के वित्त रहित संबद्ध डिग्री कॉलेजों के शिक्षक और कर्मी कई सालों से भुखमरी जैसी स्थिति में जी रहे हैं. उनका वर्ष 2008 से मानदेय बकाया है. बकाया मानदेय भुगतान की मांग को लेकर संबद्ध महाविद्यालय संघर्ष समिति के आह्वान पर अध्यक्ष डॉ. राम मोहन झा के नेतृत्व में दरभंगा नगर विधायक संजय सरावगी के आवास पर पहुंच कर उनका घेराव किया और सरकार की नीतियों के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा. विधायक ने उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया, उसके बाद विधायक का घेराव समाप्त हुआ.
मांगों के समर्थन में करते रहेंगे आंदोलन
संबद्ध महाविद्यालय संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. उदय शंकर मिश्र ने कहा कि वित्त रहित शिक्षक-कर्मी बिहार में 1982 से ही बंधुआ मजदूर की तरह काम कर रहे हैं. वर्ष 2012 से उनका मानदेय बंद है. उसके लिए राशि जारी की गई थी, लेकिन बिहार सरकार ने पता नहीं किन कारणों से उसे वापस ले लिया. उन्होंने कहा कि वे अपनी मांगों के समर्थन में लगातार आंदोलन करते रहेंगे.
पहले भी मंत्रियों और विधायकों का किया था घेराव
बता दें कि इसके पहले संबद्ध महाविद्यालय संघर्ष समिति के बैनर तले वित्त रहित शिक्षकों-कर्मियों ने बिहार सरकार के मंत्री मदन सहनी और मंत्री महेश्वर हजारी का भी घेराव किया था. वित्त रहित शिक्षा कर्मी आगे भी मंत्रियों-विधायकों के घेराव का कार्यक्रम आयोजित करने घोषणा कर चुके हैं.