दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विवि छात्र संघ की निर्वाचित अध्यक्ष मधुमाला कुमारी पर फर्जी एडमिशन लेने के आरोपों की जांच काफी धीमी चल रही है. इसको लेकर राजनीतिक छात्र संगठनों में उबाल है. इस मामले में विवि की कार्यशाली पर सवाल उठने लगे हैं. छात्रों ने आंदोलन की चेतावनी दी है.
कार्रवाई नहीं होने पर करेंगे आंदोलन
आइसा के राज्य सह सचिव संदीप चौधरी ने कहा कि छात्र संगठनों के आंदोलन के बाद विवि के शिकायत निवारण सेल में इस मामले की जांच शुरू हुई. सभी पक्षों को बुलाकर उनकी बात सुनी गयी है. सेल के चेयरमैन विवि के सीसीडीसी डॉ. मुनेश्वर यादव ने अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी है, लेकिन विवि के डीएसडब्ल्यू न तो रिपोर्ट सार्वजनिक कर रहे हैं और न ही कार्रवाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विवि अगर एक-दो दिनों के भीतर कार्रवाई नहीं करता है तो वे लोग फिर से आंदोलन करेंगे.
शिकायत निवारण कोषांग की बैठक के बाद होगा फैसला
इस मामले में विवि के डीएसडब्ल्यू डॉ. रतन कुमार चौधरी ने कहा कि विवि इस मामले में निर्णय लेने जा ही रहा था कि छात्र संघ अध्यक्ष ने अपना प्रभार उपाध्यक्ष को सौंप दिया और एक पत्र विवि को भेज दिया. हालांकि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है. अब इस मामले में एक बार फिर से शिकायत निवारण कोषांग की बैठक होगी. उसके बाद इस मामले में कोई फैसला होगा.
क्या है मामला
ललित नारायण मिथिला विवि छात्र संघ की निर्वाचित अध्यक्ष मधुमाला कुमारी पर एमआरएम कॉलेज में बिना एंट्रेंस टेस्ट दिए पीजी गणित में एडमिशन लेने का आरोप है. विवि ने इस आरोप को सही पाया है. उसके बाद आइसा, एनएसयूआई, छात्र जन अधिकार परिषद और छात्र जदयू समेत कई छात्र संगठनों ने छात्र संघ अध्यक्ष को हटाने और दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया था. छात्रों ने विवि के प्रॉक्टर डॉ. अजीत कुमार चौधरी के चेहरे पर स्याही फेंक दी थी. विवि प्रशासन और पुलिस ने आंदोलनरत छात्रों पर लाठीचार्ज किया था.