दरभंगा: किसान विरोधी तीनों कानून वापस लेने, एमएसपी पर फसल खरीद का कानून बनाने, बिहार में कृषि बाजार समितियों को फिर से बहाल, प्रस्तावित बिजली बिल 2020 को वापस लेने सहित कई मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने का समापन हो गया है. विशाल किसान बटाईदारों का किसान जंजीर दरभंगा मे सफल करने का निर्णय लिया गया और इसके साथ ही धरना खत्म कर दिया गया है.
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कृषि कानून का विरोध
वहीं जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने कहा कि किसान ये समझ चुका हैं कि मोदी सरकार का तीनों कृषि कानून किसानों को अडानी-अम्बानी का गुलाम बनाने का दस्तावेज हैं और इस गुलामी के दस्तावेज के खिलाफ किसान अपनी जान देकर भी लड़ रहा है. आगामी 25 जनवरी गणतंत्र दिवस के पूर्व संध्या पर बिहार सहित दरभंगा में किसान जंजीर बनाने का फैसला लिया गया है.
किसान श्रृंखला बनाने का फैसला
वहीं राजद के वरिष्ठ नेता रामनरेश यादव ने कहा कि किसान के आंदोलन के साथ देश का मेहनतकश आम-आवाम मजबूती से खड़ा है. नीतीश सरकार ने कृषि बाजार समितियों को खत्म कर किसानों को कमजोर किया है. साथ ही कहा जा रहा है कि सरकार-प्रशासन जल्द से जल्द किसानों के धान खरीदे नहीं तो किसान चक्का जाम कर आंदोलन करेंगे.