पटना: राजधानी पटना से 45 किलोमीटर की दूरी पर मसौढ़ी प्रखंड की शाहाबाद पंचायत के छाता गांव में नवरात्रि के नवमी पर भूतों का मेला लगता है. कहा जाता है कि भूतों की हाजिरी लगाई जाती है. प्रेत बाधा से पीड़ित लोगों को मुक्ति मिलती है. शाहाबाद पंचायत में लगी भूतों के इस मेले में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. लोगों में ऐसी मान्यता है कि प्रेत बाधा से छुटकारा मिलता है.
क्यों जुटते हैं लोगः मेले में आए लोगों ने कहा कि हमारे सारे कष्टों का निवारण यहां पर होता है. प्रत्येक साल महानवमी पर यहां पर भूतों का मेला लगता है. हम सभी प्रेत बाधा से मुक्ति दिलाने के लिए यहां पर आते हैं. वहीं ब्रह्मस्थान की सेवादार सीमा कुमारी ने बताया कि पिछले 40 सालों से यहां पर लोगों को प्रेत बाधा से मुक्ति मिल रही है. इस ब्रह्म स्थान मंदिर में बस एक लोटा जल चढ़ाकर, हर तरह की प्रेत बाधा से मुक्ति मिल जाती है.
आस्था या अंधविश्वासः इसे आस्था कहें या फिर अंधविश्वास, लेकिन बड़ी संख्या में नौंवी की पूजा पर कथित प्रेत बाधा से मुक्ति के लिए यहां पहुंचते हैं. बताया जाता है कि लोग पहले इलाज कराते हैं जब परेशान हो जाते हैं तो फिर उन्हें लगता है कि कोई भूत चढ़ गया है. इसके बाद इस मंदिर में इससे छुटकारा के लिए पहुंचते हैं. लोगों की आस्थाएं बढ़ने लगी है. दाउदनगर से सरिता देवी, फतुआ से परमेश्वर पासवान और पटना के गायघाट से देवंती सिंह को विश्वास है कि यहां नवमी के दिन प्रेत बाधा से मुक्ति मिलती है.
"यहां का मंदिर काफी प्रसिद्ध है, जिसको लेकर हम यहां पर आए हैं. प्रेत बाधा से मुक्ति पाने के लिए इस मंदिर पर हम सभी लोग पूजा कर प्रसन्न कर रहे हैं."- देवंती कुमारी, दाउदनगर
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