दरभंगा: कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए देशव्यापी लॉकडाउन से प्रभावित होकर दूसरे राज्यों से वापस लौटे प्रवासी कामगारों को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान करने की कार्रवाई तेजी से की जा रही है. प्रवासी कामगारों को उनके स्किल के अनुरूप काम देने के लिए डाटा बेस तैयार कर श्रम संसाधन पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है. श्रम संसाधन पोर्टल पर 90,162 प्रवासी कामगारों का निबंधन करा लिया गया है.
प्रवासी कामगारों को उनके स्किल के अनुरूप काम मुहैय्या कराने के लिए उप विकास आयुक्त की ओर से डीआरसीसी कैदराबाद परिसर में जिला स्तरीय परामर्शदात्री केंद्र आरंभ किया गया.
मनरेगा के तहत 60 हजार को जॉब कार्ड
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त कारी प्रसाद महतो ने कहा कि मनरेगा योजना के तहत कुल 86,763 कुशल /अर्द्धकुशल मजदूरों का नियोजन किया गया है. 60096 मजदूरों को जॉब कार्ड जारी किया गया है. वहीं, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल की ओर से 278 अकुशल मजदूर और कुशल पलंबर/बोरवेल ऑपरेटर का नियोजन किया गया है. उन्हें संवेदक के माध्यम से रोजगार प्रदान किया जा रहा है. मजदूरों को समय पर पारिश्रमिक का भुगतान भी हो रहा है. उन्होंने कहा कि भवन निर्माण प्रमंडल की ओर से 58 विभिन्न कार्य दक्षता वाले कारीगरों का नियोजन किया गया है. पथ निर्माण प्रमंडल की ओर से 61 अकुशल और पथ प्रमंडल बेनीपुर और बिरौल की ओर से 30 अकुशल मजदूरों का नियोजन किया गया है.
स्वरोजगार के लिए किया जाएगा प्रोत्साहित
वहीं, उप विकास आयुक्त ने कहा कि ग्रामीण कार्य प्रमंडल दरभंगा-01 और 02 की ओर से क्रमशः 2469 और 35 कुशल/अकुशल कामगारों को नियोजित किया गया है. जल निस्सरण प्रमंडल की ओर से फ्लड फाइटिंग वर्क, जिओ बैग और गैबियन बैग के प्लेसिंग आदि कार्य के लिए 97 कामगारों को कार्य पर रखा गया है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल की ओर से 115 और लघु सिंचाई प्रमंडल की ओर से 140 मजदूरों का नियोजन किया गया है. इसके साथ ही कृषि विभाग के आत्मा योजना के तहत 330 अकुशल प्रवासी कामगारों की सूची प्रखंड तकनीकी प्रबंधक को उपलब्ध करा दिया गया है. इनमें से इच्छुक कामगारों को उन्नत कृषि, पशुपालन और मत्स्य पालन के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान कर स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा.