दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विवि में अब सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन होगा. यहां भवनों से लेकर तालाब तक सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं. तालाब में एक तरफ मछली पालन होगा, वहीं दूसरी तरफ उस पर लगे सोलर प्लांट से बिजली का उत्पादन होगा. इससे विवि को सालाना करीब 70 लाख की बचत तो होगी ही, साथ ही सरप्लस ऊर्जा उत्पादन होने पर विवि को राजस्व की प्राप्ति भी होगी.
बिहार सरकार की एजेंसी बिहार रिन्यूअल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी 'ब्रेडा' ने इसके लिये विवि के साथ करार किया है. बता दें कि एलएनएमयू बिहार का पहला विवि होगा जहां सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन किया जायेगा. विवि अभियंता सोहन चौधरी ने बताया कि ब्रेडा के निदेशक आलोक कुमार ने कुलपति को विवि के भवनों और तालाब पर सोलर प्लांट लगाने और मछली पालन का प्रस्ताव दिया था, विवि ने इसे मंजूरी दे दी है.
अगले 15 दिनों में बिजली उत्पादन शुरू
सोहन चौधरी ने बताया कि पहले चरण में विवि मुख्यालय में 50 केवीए का सोलर प्लांट लगाया गया है. अगले 15 दिनों में इससे बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा. उसके बाद अगले तीन महीनों में 300 केवीए का प्लांट विवि के दूसरे भवनों और तालाब पर लगेंगे. इससे विवि को सालाना करीब 70 लाख रुपये की बचत होगी. उन्होंने बताया कि यह बिहार का पहला विवि है, जहां इस तरह की योजना शुरू की गयी है.
सोलर एनर्जी उत्पादन से विवि होगा प्रदूषण मुक्त
बता दें कि ललित नारायण मिथिला विवि के करीब 250 एकड़ के विशाल कैंपस में दर्जनों विशाल भवन और तालाब हैं. यहां सोलर एनर्जी उत्पादन की बड़ी संभावना है. इस वजह से यह कैंपस सोलर प्लांट लगाने के लिये ब्रेडा की पहली पसंद बनी है. सोलर एनर्जी उत्पादन से विवि प्रदूषण मुक्त होगा, साथ ही दूसरे संस्थानों के लिये प्रेरक बनेगा.