दरभंगा: बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने महंगे हवाई सफर को लेकर रेट कैपिंग की मांग की है. उन्होंने कहा कि दरभंगा से 3 से 4 हजार से ज्यादा किराया होने का कोई मतलब नहीं. पत्रकारों से बात करते हुए महंगे हवाई सफर को लेकर मैं पिछली बार ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की थी. उस वक्त मैंने उनसे आग्रह किया था कि यहां पर रेट का कैपिंग कर अपर लेवल का फेयर को फिक्स कर देना चाहिए. इससे ज्यादा का फेयर नहीं लगेगा, तभी उसका लाभ इस एयरपोर्ट के पैसेंजर को मिलेगा.
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दरभंगा में हवाई उड़ान के रेट कैपिंग की मांग: दरअसल, रविवार को एक दिवसीय दौरे पर दरभंगा पहुंचे. उन्होंने कहा कि हम लोग दरभंगा हवाई अड्डा को लेकर केंद्र सरकार को सिर्फ रिक्वेस्ट ही कर सकते हैं. क्योंकि एयरलाइंस से रिलेटेड इशू स्टेट गवर्नमेंट का नहीं होता है. इसमें जो भी डिसीजन लेना है भारत सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग और भारत सरकार को लेना है. दरभंगा से जो फ्लाइट आती है उसके फेयर का कैपिंग कर देना चाहिए. यहां का जो किराया है मुझे जो लगता है 3 हजार से 4 हजार से ज्यादा किराया होने का कोई मतलब नहीं है.
एयरलाइंस कंपनी को जोड़ने की जरूरत: संजय कुमार झा ने कहा कि दरभंगा से अन्य एयरलाइंस कंपनी को जोड़ने की जरूरत है. फिलहाल अभी तीन-चार सेक्टर को ही जोड़ा गया है. वहीं उन्होंने कहा कि देश के बाहर सिंगापुर है. अगर दरभंगा से सिंगापुर के लिए फ्लाइट उड़ेगा तो तीन से चार घंटा में वह वहां पहुंच जाएगा. जितना वक्त दिल्ली और कोलकाता से सिंगापुर के लिए लगता है. यह पोटेंशियल एयरपोर्ट में आता है. जब तक यहां पर फ्लाइट की संख्या नहीं बढ़ाएंगे और जब तक नया सेक्टर नहीं खोलेंगे तभी पैसेंजर की कैपेसिटी बढ़ेगी.
नाइट विजन लैंडिंग फैसिलिटी से मिलेगा फायदा: वहीं संजय कुमार झा ने कहा कि स्पाइसजेट विमान कंपनी को उड़ान के लिए जो अनुमति मिली है. उस कंपनी की क्या स्थिति है. उसे कंपनी का ओवरऑल कंडीशन क्या है. एक बार उसे भी देखना चाहिए. मुझे लगता है कि जब तक यहां पर फ्लाइट की संख्या नहीं बढ़ेगी. इसके लिए आवश्यक है कि नाइट विजन लैंडिंग फैसिलिटी शुरू करना. क्योंकि 4 बजे शाम के बाद दरभंगा एयरपोर्ट पर फ्लाइट लैंडिंग नहीं करती है. आजकल वैसे ही सूर्यास्त 4 बजे के आसपास हो जाता है. इसीलिए जो भी फ्लैट आना है उससे पहले ही आना है.
"नाइट लैंडिंग और फॉग की समस्या है, उससे निजात के लिए आइलेस लाइट लगना है. वह जल्दी लग जाता तो और फ्लाइट की संख्या बढ़ जाएगी. अन्य एयरलाइंस कंपनी की विमान आती तो कंपटीशन बढ़ता तो प्राइस ड्रॉप होता. जिससे यहां के लोगों को सीधा लाभ मिलता, क्योंकि यह उड़ान स्कीम का एयरपोर्ट है. क्योंकि दरभंगा कैपिटल सिटी नहीं है. इसीलिए एयरलाइंस टिकट का अपर लिमिट रेट फिक्स होना चाहिए." -संजय कुमार झा, जल संसाधन मंत्री