दरभंगा: महाराष्ट्र में आई बाढ़ से प्याज की कीमत आसमान छूने लगी है. नासिक से प्याज का आयात कम होना इसका मुख्य कारण है. प्याज 150 से लेकर 160 रुपये प्रति पांच किलो के हिसाब से मिल रहा है. इससे लोगों के भोजन का स्वाद फीका पड़ गया है. खुदरा में प्याज 30 से 35 रुपये प्रति किलो बिकने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है.
प्याज की बढ़ी कीमतों ने लोगों को फिर से रुलाना शुरू कर दिया है. प्याज के दाम में पिछले दस दिनों में लगभग 8 से 9 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है. इस कारण आमलोगों की रसोई का बजट भी बिगड़ गया है. खाने की थाली से प्याज धीरे-धीरे गायब होता जा रहा है. व्यापारियों का कहना है प्याज महंगा होने से बिक्री पर भी बहुत प्रभाव पड़ा है. जो कल तक एक किलो प्याज खरीदते थे, वो आज तीन पाव लेकर जा रहे हैं.
प्याज के महंगे होने से बिक्री पर पड़ा असर
प्याज मंडी के एक व्यवसायी ने कहा कि विगत कुछ सप्ताह से प्याज की कीमतों में उछाल आया है. महाराष्ट्र में आई बाढ़ के कारण प्याज का रेट महंगा हो गया है. अभी प्याज का होलसेल रेट 2700 से लेकर 2800 रूपये प्रति क्विंटल है. दरअसल, नासिक से प्याज कम आ रहा है, इसलिये कीमत बढ़ गई है. इसका असर बिक्री पर साफ देखा जा रहा है. पहले जो ग्राहक 5 किलो प्याज ले रहे थे, वो अब 4 किलो ले रहे हैं.
लोगों की पढ़ी परेशानी
वहीं, प्याज की खरीदारी करने पहुंचे एक ग्राहक का कहना है कि पहले से प्याज की कीमत बढ़ गई है. इस कारण अब इसका कम प्रयोग करना पड़ रहा है. कल तक इसकी कीमत 24 रूपये प्रति किलो थी. आज 32 रूपये प्रति किलो के भाव से मिल रहा है. प्याज के साथ हरी सब्जियों के दाम भी बढ़ गये हैं.