दरभंगा: लंदन से पढ़ाई करके लौटीं पुष्पम प्रिया चौधरी भी बिहार चुनाव में कूद चुकी हैं. कुछ महीने पहले खुद को बिहार का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर राज्य की राजनीति में तूफान खड़ा कर देने वाली प्लूरल पार्टी की नेता पुष्पम प्रिया चौधरी बुधवार को हंगामेदार ढंग से जुलूस के साथ अपने गृह नगर दरभंगा पहुंचीं.
इस दौरान जुलूस में शामिल युवाओं ने न सिर्फ ट्रैफिक नियमों बल्कि कोरोना महामारी से संबंधित बनाए गए नियमों की भी जमकर धज्जियां उड़ाईं. इसके बाद देर शाम राज दरभंगा के श्यामा मंदिर में दर्शन करने पहुंचीं. वहीं, पुष्पम ने मीडिया के साथ बेबाकी से बात की.
15-15 सालों में बिहार में नहीं हुआ विकास
प्लूरल्स पार्टी के प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी ने कहा कि वे मुख्यमंत्री बन कर क्या कर सकती हैं और क्या नहीं कर सकती हैं. ये तो वहां बैठने के बाद ही पता चलेगा. उन्होंने कहा जिन लोगों को बिहार की जनता ने 15-15 साल तक राज करने की जागीर दी. उन लोगों ने दिखा दिया है कि उनसे कुछ नहीं होगा. इसलिए अब हमें आगे बढ़ना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में जनता को हर पांच साल पर जन प्रतिनिधि चुनने और उसे सजा देने का अधिकार होता है.
'अच्छे से काम करने की जरूरत'
पुष्पम ने कहा कि इस बार नीतीश कुमार बिहार का मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और न ही यहां एनडीए की सरकार बनेगी क्योंकि प्लूरल उन्हें बनने नहीं देगी, यहां के लोग उन्हें बनने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री बन कर बिहार के शासन के शासन में सुधार करेंगी. उन्होंने कहा कि यहां 45 विभाग हैं. उन सभी विभागों में एक साथ अच्छे से काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वे कोशिश करेंगी कि ये सभी विभाग अच्छे से काम करें ताकि जो लोग काम नहीं कर रहे हैं उन्हें डिसमिस किया जाए.
उन्होंने कहा कि 15-15 साल बिहार का विकास नहीं हुआ. इसलिए उन्हें यहां आने की जरूरत पड़ी. उन्होंने कहा कि बिहार पर शासन करने वालों में बिहार का विकास करने की नीयत नहीं थी. विकास करने आना भी चाहिए, विकास के बारे में पता भी होना चाहिए और उसकी नीयत भी होनी चाहिए.
'किसी भी पार्टी के साथ नहीं होगा गठबंधन'
पुष्पम ने कहा कि उनका किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं होगा, क्योंकि ये उनकी आइडियोलॉजी के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि आइडियोलॉजी का यहां माखौल बना कर रख दिया गया है. कभी भी कोई किसी के साथ होते हैं और फिर दूसरे के साथ चले जाते हैं.