दरभंगाः आशा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को सिविल सर्जन कार्यालय में धरना-प्रदर्शन किया. उन्होंने सरकार पर हर माह भुगतान में देरी और मानदेय के बदले पारिश्रमिक दिए जाने का विरोध किया. कार्यकर्ताओं ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए हड़ताल पर जाने की धमकी दी.
आशा कार्यकर्ताओं की दलील
आशा कार्यकर्ता संघ की जिला उपाध्यक्ष ममता कुमारी ने कहा कि कुछ महीने पहले बिहार की आशा कार्यकर्ता मानदेय की मांग को लेकर 38 दिनों तक हड़ताल पर रहीं, तब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की ओर से कार्यकर्ताओं को एक हजार का मानदेय देने का आश्वासन दिया गया था. बावजूद इसके सरकार ने अभी तक भुगतान नियमित नहीं किया है. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सरकार मानदेय का वादा कर पारिश्रमिक दे रही है.
ममता कुमारी ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं से इमरजेंसी की तरह 24 घंटे काम करवाया जाता है. उन्होंने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से अपील की है कि उनकी मांगें पूरी की जाए. मांगें पूरी नहीं होने पर फिर से हड़ताल पर जाने की बात कही.