दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के एमएलएसएम कॉलेज के रसायनशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. प्रेम मोहन मिश्रा ने प्रधानाचार्य का पदभार ग्रहण किया. उन्होंने प्रधानाचार्य प्रो. विद्यानाथ झा का स्थान लिया. वह शुक्रवार को 38 साल की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो गए. इस अवसर पर ललित नारायण मिथिला विवि के कुलपति प्रो. एस. पी. सिंह भी कॉलेज में मौजूद थे.
कुलपति ने कॉलेज की ओर से प्रकाशित दो पुस्तकों "विमर्श के नए क्षितिज" और “महाराजा लक्ष्मीश्वर सिंह : व्यक्ति और कृति" का विमोचन किया.
कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने कहा- शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता
इस अवसर पर कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने कहा कि सच्चा शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता, वह केवल समय के बंधन से मुक्त होता है. उन्होंने शिक्षकों को डॉ. विद्या नाथ झा के शिक्षा भाव का अनुकरण करने की अपील की.
कुलपति ने प्रो. प्रेम मोहन मिश्र के समर्पण भाव से शिक्षादान करने की प्रवृत्ति की तारीफ की. उन्होंने कहा कि प्रो. मिश्रा कॉलेज के विकास और एकेडमिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में अपना सर्वश्रेषेठ योगदान देंगे.
वहीें, विशिष्ट अतिथि के रूप में कॉलेज के संस्थापक एवं सिंडिकेट सदस्य डॉ. वैद्यनाथ चौधरी बैजू ने एक शिक्षक एवं प्रधानाचार्य के रूप में डॉ. विद्यानाथ झा के कार्यों की सराहना की.
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मन की बात कार्यक्रम में प्रो. प्रेम मोहन मिश्र का जिक्र
बता दें कि प्रो. प्रेम मोहन मिश्र की तारीफ पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में की थी. दरअसल, पिछले साल जब कोरोना की पहली लहर आई थी.
ऐसी विकट परिस्थिति में डॉ. प्रेम मोहन मिश्र ने फेसबुक लाइव के माध्यम से केमिस्ट्री की ऑनलाइन क्लास शुरू कर दी थी. उनकी इस पहल का छात्रों को तत्काल फायदा हुआ. धीरे-धीरे उनकी क्लास से हजारों छात्र जुड़ गए.