दरभंगा: बिहार में दरभंगा एम्स शिलान्यास (Darbhanga AIIMS Foundation Stone) के पहले ही राजनीति शुरू हो गई है. राजद के राष्ट्रीय महासचिव सह पूर्व विधायक भोला यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव दरभंगा में बनने वाले एम्स को दरभंगा मेडिकल कॉलेज कैंपस से हटाकर अशोक पेपर मिल स्थित कैंपस में से एक बड़े भूभाग को देकर ऐम्स के निर्माण का निर्णय लिया है. इससे दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी सहित पड़ोसी देश नेपाल के लोगों को काफी लाभ मिलेगा. इस निर्णय से एम्स को भी एक बड़ा स्थान मिल जाएगा. साथ ही साथ दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Darbhanga Medical College Hospital) का अस्तित्व भी बरकरार रह जाएगा.
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'दरभंगा मेडिकल कॉलेज एक प्राचीन मेडिकल कॉलेज है. इसकी ख्याति पड़ोसी देश नेपाल तक फैला हुआ है. जिस तरह से भाजपा के लोग इसके अस्तित्व को समाप्त करना चाह रहे थे, इसे एक क्लीनिक के रूप में परिवर्तित करना चाह रहे थे, उनके मंसूबों पर पानी फिर गया है. मैं तहे दिल से मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री का स्वागत करता हूं कि उन्होंने जनमानस की भावना का आदर किया और जिसकी परिणति है कि अब एम्स एक ऐसे स्थान पर बनने जा रहा है. जहां पर उसे एक बड़ा कैंपस मिलेगा. साथ ही साथ दरभंगा शहर का भी विस्तारीकरण होगा.' - भोला यादव, राजद के राष्ट्रीय महासचिव सह पूर्व विधायक
दरभंगा एम्स निर्माण को लेकर राजनीति : राजद नेता भोला यादव ने कहा कि महागठबंधन शुरू से ही दरभंगा मेडिकल कॉलेज के अस्तित्व को कायम रखने की मांग कर रहा था. साथ ही साथ एम्स का निर्माण शहर से बाहर बनाने की मांग उठा रहा था. उसी की परिणति है कि आज यह निर्णय हुआ. मैंने भी कई बार इस बात को लेकर मीडिया के माध्यम से और पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव का ध्यान आकृष्ट किया था. हम लोगों को खुशी है कि हमारी मांग पर दोनों नेताओं ने सकारात्मक निर्णय लिया है. इसके लिए वो साधुवाद के पात्र हैं. उन्होंने कहा कि सबसे खुशी की बात यह है कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल का पुनः अस्तित्व पहले से उज्जवल होगा और इसका भी विस्तारीकरण होगा.