दरभंगाः बिहार के दरभंगा में जमीन विवाद में थानाध्यक्ष पर एक पक्ष ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. साथ ही रिश्वत नहीं देने पर एसडीओ के आदेश की अवहेलना करते हुए विपक्षी से पैसे लेकर उसके पक्ष में निर्माण कार्य करवाने का आरोप भी पीड़ित ने लगाया है और इसकी शिकायत एसएसपी से करने उनके जनता दरबार में पहुंच गया.
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जमीन विवाद का मामलाः दरअसल, जमीन विवाद से सम्बंधित मामला लेकर फरियादी सकतपुर थानाक्षेत्र के विष्णुपुर निवासी प्रिंस कुमार मिश्र शुक्रवार को एसएसपी के जनता दरबार में पहुंचे. वहां उन्होंने सकतपुर थानाध्यक्ष पर कई गम्भीर आरोप लगाये. साथ जमीन और एसडीओ के निर्देश से संबंधित कागजात भी प्रस्तुत किये. उन्होंने जनता दरबार में मौजूद डीएसपी के सामने खुलकर थानाध्यक्ष पर घूस मांगने और नहीं देने पर विपक्षी से पैसे लेकर उसके पक्ष में कार्य करवाने की धमकी देने का आरोप लगाया.
गांव का ही एक आदमी पीड़ित की जमीन पर कर रहा निर्माणः पीड़ित प्रिंस कुमार मिश्रा ने बताया उसकी जमीन पर गांव के ही महन्थ चौधरी द्वारा कब्जा कर निर्माण किया जा रहा था. थानाध्यक्ष को 19 अक्टूबर उसने इसकी सूचना दी. इसके बावजूज कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद पिछले 10 नवंबर को सदर अनुमंडल पदाधिकारी से शिकायत करने पर उनके द्वारा थानाध्यक्ष से स्थल पर शांति व्यवस्था बनाये रखकर जांच प्रतिवेदन की मांग की गयी. उस आवेदन के बाद थानाध्यक्ष ने स्थल पर जाकर दोनों पक्षों को मापी करवाने का निर्देश दिया.
पैसा लेकर दूसरे पक्ष का काम कराने का आरोपः प्रिंस ने बताया कि मापी के बाद इसके बाद विपक्षी महन्थ चौधरी ने तत्काल निर्माण का कार्य रोक दिया. इसके बाद थानाध्यक्ष ने मुझे एक लाख रुपये देने को कहा. रुपया नहीं देने पर विपक्षी से दो लाख रुपये लेकर उसके पक्ष में काम करवाने की धमकी दी. प्रिंस ने बताया कि अपनी मजबूरी बताने पर थानाध्यक्ष ने डांट कर भगाते हुए कहा कि थानेदारी ऐसे नहीं चलती है. ऊपर तक अधिकारियों को पैसा देना पड़ता है।
"आरोप की गंभीरता को देखते पूरे मामले की जांच का जिम्मा सर्किल इंस्पेक्टर को दिया गया है. उनकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी" - बिरजू पासवान, डीएसपी
"मेरी जमीन पर गांव का ही एक आदमी घर बना रहा है. जब उसकी शिकायत थानाध्यक्ष से की तो उन्होंने कुछ नहीं किया. फिर एसडीओ से मैंने शिकायत की. तब एसडीओ के निर्देश पर थानाध्यक्ष आए और काम बंद करवाया. अब वह कहते हैं कि एक लाख रुपया लाओ. नहीं तो दूसरी पार्टी से पैसा लेकर काम शुरू करवा देंगे'' - प्रिंस कुमार मिश्रा, पीड़ित