दरभंगा: बिहार में एक बार फिर बाढ़ के कारण तबाही देखने को मिल रही है. दरभंगा जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन के निर्देश पर वरीय पदाधिकारियों ने रविवार को जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान अधिकारियों ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेते हुए बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उन्हें मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली.
वहीं, बिपरौल एसडीए ने किरतपुर अंचल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र और सामुदायिक रसोई का निरीक्षण किया.
1958 बाढ़ प्रभावितों को खिलाया जा रहा खाना
जानकारी के मुताबिक दरभंगा के केवटी, हायाघाट, गौड़ाबौराम, घनश्यामपुर, किरतपुर और कुशेश्वरस्थान पूर्वी के 32 पंचायत बाढ़ प्रभावित हैं. जिनमें 08 पंचायत पूर्णतः और 24 पंचायत अंशतः प्रभावित हैं. इनमें प्रभावित गांवों की संख्या 127 है. साथ ही प्रभावित जनसंख्या 41,469 है. अभी तक केवल कुशेश्वरस्थान पूर्वी अंचल में 9 कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए 07 स्थलों में सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है, जहां 1958 बाढ़ प्रभावित लोगों को सुबह-शाम भोजन करवाया जा रहा है.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पर नजर बनाए रखने का निर्देश
वहीं, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने कहा कि मेडिकल टीम की ओर से बाढ़ प्रभावित गांवों में प्रतिदिन स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है. जहां लोगों की स्वास्थ्य जांच कर निःशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के आवागमन के लिए निःशुल्क 150 नावों का परिचालन करवाया जा रहा है. जिनमें 119 निजी और 31 सरकारी नाव शामिल हैं. अब तक 589 परिवारों को पॉलीथिन शीट्स उपलब्ध कराया गया है. उन्होंने कहा कि सभी संबंधित प्रखंड के वरीय प्रभारी पदाधिकारियों को लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर स्थिति पर नजर बनाए रखने का निर्देश दिया गया है.