दरभंगाः बिहार के दरभंगा में भीषण ठंड का प्रकोप (Shivering Cold in Darbhanga) जारी है. छह साल पहले करोड़ों की लागत से तैयार दरभंगा अंतरराज्यीय बस स्टैंड पर ठंड के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. दरभंगा बस स्टैंड पर यात्री प्रतिक्षालय नहीं है और ना ही ठंड से बचने के लिए कोई जुगाड़ है. नगर निगम या जिला प्रशासन ने भीषण ठंड से बचने के लिए दरभंगा बस स्टैंड पर अलाव की व्यवस्था भी नहीं है. इसलिए यहां आने वाले यात्री ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं.
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इस बस स्टैंड से राज्य के कई जिलों के अलावा नेपाल सीमा, यूपी और दिल्ली के लिए भी बसें खुलती हैं. हर दिन यहां से हजारों की संख्या में यात्री आवागमन करते हैं. इससे लाखों रुपये की आमदनी होती है. सहरसा जाने के लिए बस पकड़ने आए एक यात्री आनंदी ने कहा कि वे अपने परिवार के साथ यहां ठंड से ठिठुर रहे हैं. अलाव की कोई व्यवस्था नहीं है. ठंड की वजह से बस भी जल्दी नहीं मिल रही है. काफी देर तक इंतजार करना पड़ रहा है. इसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी हो रही है.
एक अन्य यात्री सुदामा प्रसाद ने कहा कि दरभंगा बस स्टैंड में किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं है. यहां यात्री खुले आसमान के नीचे बस की प्रतीक्षा करते हैं. बैठने के लिए कुछ दुकानें थीं, जिन्हें जिला प्रशासन ने अतिक्रमण की वजह से उजाड़ दिया है. उन्होंने कहा कि यहां ना तो कोई यात्री शेड है, न शौचालय की व्यवस्था है और न ही पानी के लिए चापाकल की व्यवस्था है. यात्रियों के लिए ठंड से बचने के लिए अलाव की व्यवस्था भी नहीं की गई है.
वहीं, बस स्टैंड पर सुरक्षा के लिए तैनात एक होमगार्ड जवान शिवकुमार ने कहा कि दरभंगा बस स्टैंड पर ड्यूटी करने में रात में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि यहां रोशनी की व्यवस्था नहीं है. साथ ही ठंड से बचने के लिए अलाव भी नहीं जलाया जा रहा है. जिसके कारण उन्हें यात्रियों की सुरक्षा करने में काफी परेशानी होती है.
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